भरद्वाज पार्क की कमाई में भ्रष्टाचार, प्रयागराज के पार्षदों ने कहा कि नगर निगम अफसरों की है मिलीभगत
पार्षद किरन जायसवाल ने आरोप लगाया कि निगम की फिजूलखर्ची के कारण राज्य वित्त आयोग की धनराशि में पांच करोड़ रुपये की कटौती हुई है। कहा कि जल्द ही उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य एवं संगठन के नेतृत्व में मुख्यमंत्री से मिलकर निगम का पूरा चिट्ठा रखूंगी।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। भरद्वाज पार्क से रोजाना मोटी कमाई हो रही है लेकिन यह नगर निगम के राजस्व में नहीं जमा हो रही है। आरटीआइ से इसका खुलासा होने के बाद पार्षद भी आरोप लगाने लगे हैं। नगर निगम में भाजपा की मुख्य सचेतक एवं पार्षद किरन जायसवाल ने कहा कि पार्क के सौंदर्यीकरण में नगर निगम का पैसा लगा और उससे होने वाली कमाई ठेेकेदार के जेब में जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह खेल निगम के अफसरों की मिलीभगत से हो रहा है।
आरटीआइ के जरिए भ्रष्टाचार का हुआ है खुलासा
उन्होंने बताया कि भरद्वाज पार्क में जाने का टिकट तो लगता है। वहां की दुकानों से किराया भी आता है। लेकिन वह निगम के खाते में नहीं जा रहा है। इसकी तो जांच होनी चाहिए। जांच हुई तो कई अफसर फसेंगे। उन्होंने महापौर के उस बयान को भी भ्रामक बताया कि पार्क की मरम्मत एवं सुंदरीकरण कराने वाले ठेकेदार को पांच साल संचालन की जिम्मेदारी मिलती है। कहा कि ठेकेदार को पांच साल टूट-फूट की मरम्मत कराना है, न कि पार्क में होने वाली अपनी जेब में रखना है। यहां से रोजाना 50 हजार से ज्यादा की आय होती है। यह धनराशि निगम कोष में जानी चाहिए। आरोप लगाया कि निगम की फिजूलखर्ची के कारण राज्य वित्त आयोग की धनराशि में पांच करोड़ रुपये की कटौती हुई है। कहा कि जल्द ही उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य एवं संगठन के नेतृत्व में मुख्यमंत्री से मिलकर निगम का पूरा चिट्ठा रखूंगी।