Coronavirus Pratapgarh News : घबराएं मत, मोबाइल पर चलेगी डॉक्‍टरों की ओपीडी, फोन पर मरीजों को बताएंगे दवा

Coronavirus Pratapgarh News सरकारी अस्पतालों में ओपीडी बंद हो गई निजी अस्पतालों में भी डॉक्टर कम ही मिल रहे हैं ऐसे में मरीज जाएं तो जाएं कहां। कौन डॉक्टर उनका इलाज करेगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने टेलीमेडिसिन की व्यवस्था को फिर से लागू कर दिया है।

By Rajneesh MishraEdited By: Publish:Sat, 17 Apr 2021 05:37 PM (IST) Updated:Sat, 17 Apr 2021 05:37 PM (IST)
Coronavirus Pratapgarh News : घबराएं मत, मोबाइल पर चलेगी डॉक्‍टरों की ओपीडी, फोन पर मरीजों को बताएंगे दवा
जिला अस्पताल समेत सभी सीएचसी में भी अब सामान्य मरीज नहीं देखे जाएंगे।

प्रयागराज, जेएनएन। यूपी के प्रतापगढ़ जिले में कोरोना वायरस के संक्रमण पर काबू पाने व संक्रमित मरीजों को समुचित संसाधनों की उपलब्धता के लिए ओपीडी बंद कर दी गई है। जिला अस्पताल समेत सभी सीएचसी में भी अब सामान्य मरीज नहीं देखे जाएंगे। शासन का यह फरमान शनिवार को प्रतापगढ़ में लागू हो गया, लेकिन मरीजों को घबराने की जरूरत नहीं है। उनको अस्पतालों के चिकित्सक मोबाइल पर परामर्श देंगे।

जिला अस्‍पतालों में ओपीडी सेवा की गई बंद

पूरे प्रदेश की तरह प्रतापगढ़ में भी कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। ऐसे में मेडिकल कालेजों के बाद अब जिला अस्पतालों में भी ओपीडी सेवा बंद कर दी गई। जनरल समस्या वाले मरीजों को अब वहां से लौटना होगा। सरकार का निर्देश है कि सामान्य समस्या है तो अस्पताल जाकर भीड़ न बढ़ाएं। साथ ही भीड़ का हिस्सा भी न बनें। सांस लेने में तकलीफ, गंभीर हृदय रोगी, डायलिसिस के मरीज या प्रसव जैसे मामलों में ही अस्पताल का रुख किया जाए। कोविड का संक्रमण किसी को भी हो सकेता है, ऐसे में सजग रहें। इसके साथ ही चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टाफ को पूरी ताकत के साथ कोरोना संक्रमितों के उपचार में लगाने के भी मकसद से ओपीडी सेवा बंद की गई है। इसका असर पहले दिन शनिवार को साफ नजर आया। इमरजेंसी में जहां मरीजों की आमद होती रही, वहीं ओपीडी यूनिट में ताले लटकते रहे।

फिर से शुरू होगी टेलीमेडिसिन की व्‍यवस्‍था

ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि सरकारी अस्पतालों में ओपीडी बंद हो गई, निजी अस्पतालों में भी डॉक्टर कम ही मिल रहे हैं, ऐसे में मरीज जाएं तो जाएं कहां। कौन डॉक्टर उनका इलाज करेगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने टेलीमेडिसिन की व्यवस्था को फिर से लागू कर दिया है। जिला अस्पताल, जिला महिला अस्पताल के चिकित्सकों को इसमें लगाया गया है। वह मोबाइल पर मरीजों को ऑनलाइन परामर्श देंगे, उनको दवाएं, जांच बताएंगे। इसके लिए विभाग ने चिकित्सकों के मोबाइल नंबर सार्वजनिक रूप से जारी किए हैं।    

हर दिन आठ सौ का औसत

जिला अस्पताल में हर दिन करीब आठ सौ मरीजों की ओपीडी का औसत है। कभी एक हजार तो कभी सात सौ मरीज पर्चा कटवाकर संबंधित चिकित्सक को दिखाते हैं। इसी प्रकार महिला अस्पताल में हर दिन की ओपीडी 300 से लेकर 400 तक का है। हर सीएचसी में भी करीब 200 की ओपीडी रोज होती है।

चिढ़ा रही ऑक्सीजन पाइपलाइन

जिला अस्पताल में आक्सीजन पाइपलाइन तो बिछी है, पर उसमें कोई हरकत नहीं है। करीब छह महीने से जिला अस्पताल का ऑक्सीजन प्लांट खराब पड़ा है। उसकी मरम्मत का बजट अब तक नहीं मिलने से काम ठप है। वार्ड में भर्ती मरीजों को जरूरत पडऩे पर सिलेंडर से आपूर्ति की जाती है। इसे लगाने व चालू करने तक में तो मरीज की कई बार हालत और बिगड़ जाती है।

कोविड अस्पताल में बढ़ी आक्‍सीजन की खपत

कोरोना काल में एक बार फिर प्राण वायु की जरूरत बढ़ी है। कोविड अस्पताल में अब 20 की जगह हर दिन 35 सिलेंडर की खपत हो रही है। इस कारण से निजी ग्राहकों को यह आसानी से नहीं मिल पा रही है। आक्सीजन के डीलर किल्लत का रोना रोने लगे हैं। पिछले तीन दिन तो प्रतापगढ़ की आक्सीजन से प्रयागराज के मरीजों को ङ्क्षजदगी मिली। वहां का प्लांट खराब हो जाने के कारण जरूरतमंद लोग यहां से सिलेंडर ले गए। अब प्लांट बन गया है।

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