Coronavirus Lockdown in Prayagraj: आज लॉकडाउन है, आवश्यक सेवाएं जारी हैं, बेवजह नहीं निकलें, पुलिस है सख्त
Coronavirus Lockdown in Prayagraj प्रयागराज की सड़कों के साथ ही बाजार में भी सन्नाटा है। लोग अपने घरों में हैं। वहीं पुलिस लॉकडाउन को सख्ती से पालन करा रही है। जगह-जगह बैरेकेडिंग की गई है। ड्रोन कैमरों से भी लॉकडाउन तोड़ने वालों पर नजर रखी जा रही है।
प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना वायरस की चेन तोडऩे के लिए आज रविवार को लॉकडाउन है। इस दौरान अति आवश्यक सेवाओं को छोड़कर अन्य सारी गतिविधियां ठप हैं। किसी को बाहर निकलने की छूट नहीं दी जा रही है। शहर के लोग ध्यान दें कि अगर बहुत जरूरी हो तभी घरों से बाहर निकलें वरना परेशानी हो सकती है। प्रयागराज में पुलिस लॉकडाउन को सख्ती से पालन कराने के लिए प्रयासरत है। जिलाधिकारी भानुचंद्र गोस्वामी ने लोगों से अपील की है कि बेवजह बाहर न निकलें।
पुलिस ड्रोन कैमरे से भी रख रही नजर
प्रयागराज की सड़कों के साथ ही बाजार में भी सन्नाटा है। लोग अपने घरों में हैं। वहीं पुलिस लॉकडाउन को सख्ती से पालन करा रही है। जगह-जगह बैरेकेडिंग की गई है। हर आने-जाने वालों से पूछताछ के बाद ही उन्हें जाने दिया जा रहा है। ड्रोन कैमरों से भी लॉकडाउन तोड़ने वालों पर नजर रखी जा रही है।
आवश्यक सेवाएं हैं बहाल
जिलाधिकारी ने कहा था कि लाकडाउन में अस्पताल, इमरजेंसी वार्ड, मेडिकल स्टोर, रेलवे स्टेशन और पेट्रोल पंप खुलेंगे। रविवार को ही एनडीए की परीक्षा के लिहाज से रोडवेज बसें और ऑटो रिक्शा भी चलेंगे। इसके लिए अनुमति दी गई है। हालांकि वाहन कम संख्या में ही चल रहे हैं। बाजार पूरी तरह से बंद हैं। बाजार व सड़कों पर सन्नाटा पसरा है। दूध और ब्रेड सीमित दायरे में ही लोगों को मिल सके।
जिलाधिकारी का है स्पष्ट निर्देश
डीएम ने स्पष्ट किया है कि आमजन भी कोरोना की चेन तोडऩे के लिए इसका पालन करें, जिससे कोरोना को हराया जा सके। उन्होंने मातहतों को सख्त निर्देश दिए हैं कि इसका पालन कड़ाई से कराया जाए। लाॅकडाउन का पालन कराने के लिए शहर में बैरीकेडिंग करने के साथ पुलिस के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैैं। इसमें ढिलाई बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई के भी निर्देश दिए हैैं।
मॉस्क नहीं तो सामान नहीं अभियान कल से
अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल, उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल ने सोमवार से मॉस्क नहीं तो सामान नहीं अभियान शुरू करने का फैसला लिया है। बाजारों में स्टीकर और बैनर लगाकर आम जनता एवं दुकानदारों को जागरूक करने का भी निर्णय लिया गया है। इसके लिए बाजारवार पदाधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है। वहीं, रेडमेसिविर इंजेक्शन की कमी के कारण अस्पतालों में इलाज में होने वाली परेशानी को दूर करने के लिए इसकी पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए जिला प्रशासन से मांग की गई।