Covid-19 संक्रमित मरीज डरें नहीं, मन को रखें पॉजिटिव तो जल्द होंगे निगेटिव, जल्‍द स्‍वस्‍थ होने के कई उदाहरण हैं

कोरोना संक्रमितों से उनके स्वजन सकारात्मक बातें करें। जिन्हें शुगर या हार्ट की बीमारी है उनके लिए यह सावधानी ज्यादा रखी जाए। बेली अस्पताल के डॉक्टर एमके अखौरी के अनुसार सकारात्मक बातों से कोरोना ही क्या किसी भी बीमारी से जल्द निजात मिल सकती है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 10:46 AM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 10:46 AM (IST)
Covid-19 संक्रमित मरीज डरें नहीं, मन को रखें पॉजिटिव तो जल्द होंगे निगेटिव, जल्‍द स्‍वस्‍थ होने के कई उदाहरण हैं
कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों को दहशत में आने की कतई जरूरत नहीं है। मन को सकारात्‍मक रखें।

प्रयागराज, जेएनएन। इन दिनों कोरोना वायरस की ऐसी लहर बही है जिससे बच पाना किसी के लिए भी मुश्किल हो रहा है। जो लोग संक्रमित हो भी गए हैं, उनके लिए ठीक होना भी आसान है। डॉक्टर कहते हैं कि कोरोना हो भी जाए तो डरने के बजाय लोग समय से दवा लेते रहें और सकारात्मक बातें करें। इससे मियाद से पहले रिपोर्ट निगेटिव आती है। यह अब तक दर्जनों संक्रमितों पर प्रैक्टिकल देखा भी गया है।

कॉउंसिलिग है बेहतर तरीका

कोरोना संक्रमितों से उनके स्वजन सकारात्मक बातें करें। जिन्हें शुगर या हार्ट की बीमारी है, उनके लिए यह सावधानी ज्यादा रखी जाए। बेली अस्पताल के डॉक्टर एमके अखौरी का कहना है कि सकारात्मक बातों से कोरोना ही क्या, किसी भी बीमारी से जल्द निजात मिल सकती है। डॉक्टर भी मरीजों से काउंसिलिंग कर रहे हैं।

फोन का इस्तेमाल कम करें संक्रमित

कॉल्विन अस्पताल के डॉक्टर सूर्यकांत ओझा का कहना है कि जो संक्रमित होम आइसोलेशन में हैं, उन्हें फोन पर ज्यादा बात करने से बचना चाहिए। क्योंकि आजकल हर किसी की बात या चैटिंग में कोरोना ही केंद्र है। इसलिए ऐसी बातें कोरोना संक्रमितों में घबराहट पैदा करती हैं।

मरीजों का तेजी से स्वस्थ होना है इसका प्रमाण

कोरोना यदि तेजी से बढ़ रहा है तो मरीज स्वस्थ भी तेजी से हो रहे हैं। इसकी वजह दवा के साथ डॉक्टरों की कोइन्सिलिंग भी है। रैपिड रेस्पॉन्स टीम के अलावा को कंसल्टेंट भी मरीजों की बेहतर काउंसिलिंग कर रहे है। इसी का परिणाम है कि संक्रमण छह से सात दिनों में निगेटिव हो रहा है।

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