Allahabad University व अन्य संस्थानों में दाखिले पर कोरोना वायरस का ग्रहण, इस तिथि के बाद फैसले की उम्मीद
कोरोना की वजह से इलाहाबाद विश्वविद्यालय समेत संघटक कॉलेज और ट्रिपलआइटी 30 अप्रैल तक बंद किए गए हैं। इसके अलावा एमएनएनआईटी 26 अप्रैल तक बन्द किया गया है। इस अवधि में प्रस्तावित सभी परीक्षाएं भी स्थगित कर दी गई हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) समेत संघटक कॉलेजों के अलावा मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एमएनएनआइटी) और भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (ट्रिपलआइटी) में नए सत्र के संचालन पर कोरोना वायरस संक्रमण का साया मंडरा रहा है। यही वजह है कि सारी परीक्षाएं टाल दी गई हैं। अब नए सत्र में दाखिले में भी देरी के आसार जताए जा रहे हैं। फिलहाल कयास तो यह भी लगाए जा रहे हैं कि 30 अप्रैल के बाद कोई फैसला भी लिया जा सकता है।
प्रयागराज में सभी शिक्षण संस्थान 30 अप्रैल तक बंद हैं
दरअसल, कोरोना की वजह से इलाहाबाद विश्वविद्यालय समेत संघटक कॉलेज और ट्रिपलआइटी 30 अप्रैल तक बंद किए गए हैं। इसके अलावा एमएनएनआईटी 26 अप्रैल तक बन्द किया गया है। इस अवधि में प्रस्तावित सभी परीक्षाएं भी स्थगित कर दी गई हैं।
पीएचडी में दाखिले की कवायद नहीं शुरू हो सकी
पिछले सत्र में आयेजित संयुक्त शोध प्रवेश परीक्षा (क्रेट-2020) के परीक्षा परिणाम तो घोषित कर दिए गए। हालांकि, आरक्षण रोस्टर का निर्धारण नहीं होने से अब तक विभागों को परिणाम नहीं भेजे जा सके। यही वजह है कि अब तक पीएचडी में दाखिले की कवायद नहीं शुरू हो सकी। कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव बीच में अवकाश पर थीं। उम्मीद लगाए जा रहे थे कि उनके आने पर प्रवेश समिति की बैठक में रोस्टर के निर्धारण पर अंतिम मुहर लगने के बाद प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
कोरोना की दूसरी लहर ने काफी प्रभावित किया
इसी बीच कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर आ गई। तमाम शिक्षक और कर्मचारी संक्रमित हो गए। कई को अपनी जान भी गंवानी पड़ी। नौ अप्रैल से इविवि बंद कर दिया गया। अब पीएचडी में प्रवेश के साथ परीक्षाएं भी प्रभावित हो गईं। साथ ही नया सत्र भी प्रभावित हो गया।
30 अप्रैल के बाद ही नए सत्र में दाखिले की हो सकती है प्रक्रिया
यही हाल एमएनएनआइटी और ट्रिपलआइटी का भी है। यह संस्थान भी बंद हैं। अब 30 अप्रैल को संस्थान खुलने के बाद नए सत्र में दाखिले की प्रक्रिया के अलावा परीक्षाओं पर कोई फैसला लिए जाने के आसार जताए जा रहे हैं। फिलहाल अभी कोई स्पष्ट तौर पर कुछ भी बोलने से इनकार कर रहा है।