Coronavirus Effect : महाराष्‍ट्र से मार्च के महीने में लौटे दोगुने अप्रवासी, फुल आ रही हैं मुंबई से आने वाली ट्रेनें

Coronavirus Effect मार्च से ही महाराष्ट्र में कोरोना का प्रकोप बढऩे लगा। इस पर नियंत्रण के लिए वहां की सरकार ने तमाम पाबंदियां लगा दी। इसका असर रहा कि कामकाज प्रभावित होने लगे। मार्च 2021 में जितने यात्री कमाई के लिए महाराष्ट्र गए थे।

By Rajneesh MishraEdited By: Publish:Sat, 10 Apr 2021 08:52 PM (IST) Updated:Sat, 10 Apr 2021 08:52 PM (IST)
Coronavirus Effect : महाराष्‍ट्र से मार्च के महीने में लौटे दोगुने अप्रवासी, फुल आ रही हैं मुंबई से आने वाली ट्रेनें
महाराष्‍ट्र से आने वाले ट्रेने फुल आ रही हैं। रिजर्वेशन न मिलने पर जुर्माना भरकर यात्रा कर रहे।

प्रयागराज,जेएनएन। महाराष्ट्र से आने वाली ट्रेनें फुल होकर आ रही हैं। इनमें सफर करने वाले यात्रियों का कहना है कि कोरोना का प्रकोप बढऩे से वहां कामकाज बंद हो रहे हैं। ऐसे में वहां रहने का कोई लाभ नहीं था। गांव लौटकर कुछ काम निपटाएंगे। इसके बाद हालात सामान्य होने पर रोजगार के सिलसिले में महानगरों में जाने की सोचेंगे।

मार्च महीने में 24 हजार यात्री महाराष्‍ट्र से वापस लौटे

मार्च से ही महाराष्ट्र में कोरोना का प्रकोप बढऩे लगा। इस पर नियंत्रण के लिए वहां की सरकार ने तमाम पाबंदियां लगा दी। इसका असर रहा कि कामकाज प्रभावित होने लगे। मार्च 2021 में जितने यात्री कमाई के लिए महाराष्ट्र गए थे। उससे दोगुनी संख्या में लौट रहे हैं। एक से 30 मार्च तक प्रयागराज जंक्शन से 16000 यात्री महाराष्ट्र के विभिन्न शहर गए। जबकि 24000 यात्री लौटे। इसी तरह प्रयागराज छिवकी से महाराष्ट्र के लिए 8500 यात्री गए। जबकि 15 हजार लोग लौटे हैं।

बोले वापस लौटे यात्री

 जौनपुर में समाधगंज निवासी लालबहादुर ने बताया कि चार दिन से कामकाज ठप था। ऐसे में घर लौटना ही मुनासिब समझा। तत्काल रिजर्वेशन भी नहीं मिल रहा था। परिवार के साथ रेलवे स्टेशन चल दिए। फाइन भरकर यात्रा कर रहे हैं। जौनपुर के ही सिकरारा निवासी चंद्रेश सरोज का कहना है कि काम न मिलने से दिक्कत आ रही थी। फिलहाल 30 अप्रैल तक काम मिलने के आसार भी नहीं थे। ऐसे में घर लौटने को ट्रेन पकड़ ली। 620 से एक हजार रुपये तक जुर्माना वसूला जा रहा है।

chat bot
आपका साथी