Coronavirus Effect in Prayagraj: संक्रमण के फेर में फंसा विस्तारित क्षेत्र का विकास, दोबारा नहीं निकाला जा सका टेंडर
Coronavirus Effect in Prayagraj प्रोजेक्ट मैनेजर संतोष कुमार का कहना है कि सर्वे के लिए निगम से बजट की मांग हुई थी। प्रक्रिया शुरू की गई थी लेकिन कोरोना और लॉकडाउन के कारण सबकुछ प्रभावित हो गया है। स्थिति सामान्य होने पर सर्वे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
प्रयागराज, जेएनएन। नगर निगम सीमा विस्तारित क्षेत्र का विकास कोविड-19 में फंस गया है। नगर निगम समेत संबंधित विभागों के बहुत से अधिकारियों और कर्मचारियों के कोरोना संक्रमित होने के कारण विस्तारित क्षेत्र की सड़कें एवं गलियां जगमगाने के लिए लगाई जाने वाली स्ट्रीट लाइटों के लिए न एजेंसी का चयन हो सका न ही जलापूर्ति और सीवरेज व्यवस्थाओं के लिए सर्वे शुरू हो सका। हालांकि, स्ट्रीट लाइटें लगाने के लिए एजेंसी चयन की प्रक्रिया जल्द पूरी कर लेने के दावे किए जा रहे हैं।
नगर निगम सीमा का विस्तार नैनी, झूंसी, फाफामऊ और बमरौली क्षेत्रों में हुआ है। इसमें कौशांबी जिले के सात गांव भी शामिल हो गए हैं। विस्तारित क्षेत्रों में करीब 10 हजार स्ट्रीट लाइटें लगाने के लिए लगभग 32 करोड़ रुपये की स्वीकृति भी मिल चुकी है। इस काम के सर्वे के लिए निगम के विद्युत विभाग द्वारा कोरोना की दूसरी लहर के पहले ई-टेंडर निकाला गया था। लेकिन, टेंडर में एक ही एजेंसी के शामिल होने के कारण निरस्त कर दिया गया।
इधर, विभाग के कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों के कोरोना संक्रमित होने से दोबारा टेंडर नहीं निकाला जा सका। विभाग के एक अधिकारी का कहना है कि दो-चार दिनों में री-टेंडर निकाला जाएगा। प्रोजेक्ट मैनेजर संतोष कुमार का कहना है कि सर्वे के लिए निगम से बजट की मांग हुई थी। प्रक्रिया शुरू की गई थी लेकिन कोरोना और लॉकडाउन के कारण सबकुछ प्रभावित हो गया है। स्थिति सामान्य होने पर सर्वे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।