Coronavirus Prayagraj News : बदलते मौसम में बरतें सावधानी, कम रहेगा संक्रमण का खतरा

ये मौसम ऐसा है कि थोड़ी सी भी लापरवाही करने पर जुकाम हो जा रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि दिन में भले ही हल्के कपड़े पहनें लेकिन शाम को फुल बांह की शर्ट और स्वेटर या हाफ जैकेट जरूर पहनें। सावधानी बरतने पर संक्रमण का खतरा कम रहेगा।

By Rajneesh MishraEdited By: Publish:Thu, 25 Feb 2021 10:58 AM (IST) Updated:Thu, 25 Feb 2021 10:58 AM (IST)
Coronavirus Prayagraj News : बदलते मौसम में बरतें सावधानी, कम रहेगा संक्रमण का खतरा
बदलते मौसम में सावधानी बरतने पर संक्रमण से बचे रहेंगे।

प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है और उस पर मौसम का भी हमला हो रहा है। मौसम बदलने से सर्दी जुकाम, खांसी के मरीज असप्तालों में बढ़ रहे हैं। ये मौसम ऐसा है कि थोड़ी सी भी लापरवाही करने पर जुकाम हो जा रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि दिन में भले ही हल्के कपड़े पहनें लेकिन शाम को फुल बांह की शर्ट और स्वेटर या हाफ जैकेट जरूर पहनें।

मौसमी फल का करें सेवन, बढ़ेगी इम्युनिटी

कोरोना होने की संभावना उन्ही को ज्यादा होती है जिनकी इम्युनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। अनाज, हरी सब्जी के अलावा मौसमी फल जैसे संतरा, अंगूर, अनानास और बेर भी इम्युनिटी को बनाये रखते हैं। डॉक्टर कहते हैं कि दवाई में पैसे खर्च करने और कोरोना का खतरा मोल लेने से अच्छा है कि मौसमी फल का सेवन करते रहें। प्रत्येक दिन कम से कम एक संतरा जरूर खाएं। क्योंकि कोरोना फिर तेजी से बढ़ने की आशंका है।

सांस फूल रही है तो न करें इलाज में कोताही

बेली अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर एमके अखौरी कहते हैं कि यदि इस मौसम में जुकाम हो गया है सीने में कफ जमा है और सांस लेने में  दिक्कत हो रही है तो फौरन डॉक्टर को दिखाएं। कोरोना जांच से न घबराएं। क्योंकि थोड़ी सी भी लापरवाही या शर्म आपके लिये ही घातक हो सकती है।

इस मौसम में मरीज बढ़े और जांच भी

सरकारी अस्पतालों में मौसमी बीमारियों के मरीजों की संख्या बीते एक सप्ताह में करीब 40 फीसद बढ़ी है। कॉल्विन अस्पताल में ऐसे करीब 500 और बेली में करीब 300 मरीज प्रतिदिन पहुंच रहे हैं। वजह है कि दिन और रात में मौसम के अनुसार कपड़े न पहनने से लोग सर्दी जुकाम से ग्रसित हुए।

बदलते मौसम में ज्‍यादा सजग रहने की जरूरत

सीएमओ डॉक्टर प्रभाकर राय का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग इस बदलते मौसम में सजग रहें। सभी अस्पतालों को निर्देश हैं कि मरीजों का इलाज करते समय डॉक्टर अपना भी बचाव करें। लेकिन लोगों से आग्रह है कि मौसम में अपने शरीर के प्रति लापरवाही बिल्कुल न करें। कम से कम मार्च के पहले सप्ताह तक सावधानी बरतें।

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