पहले चरण में लगेगी कोरोना योद्धाओं को वैक्सीन, प्रतापगढ़ में शुरू की गई तैयारी
सीएमओ डॉ. एके श्रीवास्तव का कहना है कि कोरोना की वैक्सीन जन-जन तक पहुंचाने के लिए अभी से तैयारी शुरू कर दी गई है। यह बहुत बड़ा काम होगा। इसके लिए ब्लाक वार रोस्टर बनाया जाएगा। सबसे पहले मेडिकल सेक्टर के लोगों को लिया जाएगा।
प्रयागराज, जेएनएन। आने वाले दिनों में जिले के लोगों को कोरोना के संकट से निजात मिलने की आशा जगी है। अगले साल फरवरी के आसपास कोरोना की वैक्सीन लोगों को लगाए जाने की तैयारी अभी से ही शुरू कर दी गई है। भारत सरकार का निर्देश भी आ गया है। इसके लिए डाटा बेस सूची बनाने में स्वास्थ्य विभाग जुट गया है।
तीसरे चरण में जनता को लगेगी वैक्सीन
कोरोना वैक्सीन सबसे पहले कोरोना योद्धाओं को लगेगी। इसके बाद पुलिस वालों का नंबर लगेगा। तीसरे चरण में जन-जन को लगाई जाएगी। इसको लेकर प्रतापगढ़ में स्वास्थ्य विभाग द्वारा विभाग के कर्मचारियों का विवरण एकत्र किया जा रहा है। इस डाटा बेस सूची में डॉक्टर से लेकर वार्ड ब्वॉय तक सारे कर्मचारी रखे जा रहे हैं। किसी पैथी को नहीं छोड़ा जा रहा है। यानि एलोपैथिक, होम्योपैथिक, यूनानी, आयुष सभी विधा के सभी डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, आशा कार्यकर्ता, संगिनी व राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, एंबुलेंस सेवा के कर्मी तक शामिल किए जा रहे हैं। इसके साथ ही सभी निजी अस्पतालों के डॉक्टर, उनके स्टाफ को भी पहले ही चरण में वैक्सीन लगाई जाएगी। इसके बाद जिले के सभी 35 लाख लोगों को वैक्सीन लगेगी। सीएमओ डॉ. एके श्रीवास्तव का कहना है कि कोरोना की वैक्सीन जन-जन तक पहुंचाने के लिए अभी से तैयारी शुरू कर दी गई है। यह बहुत बड़ा काम होगा। इसके लिए ब्लाक वार रोस्टर बनाया जाएगा। सबसे पहले मेडिकल सेक्टर के लोगों को लिया जाएगा।
नवजात से बुजुर्ग तक को टीका
नवजात से लेकर उम्र के अंतिम पड़ाव के के लोगों को कोरोना से बचाने के लिए वैक्सीनेशन होगा। विभाग के सामने सबसे बड़ी चुनौती कोल्ड चेन स्टोर की है। इसके लिए विभाग ने अपने कोल्ड चेन स्टोर को आधुनिक बनाना शुरू कर दिया है, जो कटरा रोड पर है। यहां पर कुछ नए डंङ्क्षपग उपकरण, फ्रिज और जनरेटर की व्यवस्था की तैयारी है, ताकि वैक्सीन को सुरक्षित रखा जा सके। बिजली कटौती में भी कोई दिक्कत न आए इसका भी ध्यान रखा जा रहा है।
दस हजार लगेंगे कर्मचारी
सरकार द्वारा वैक्सीन जैसे ही मिलेगी उसे रोस्टर बनाकर लगाने का काम शुरू होगा। इसके लिए करीब 10 हजार कर्मी लगाए जाएंगे। इनका प्रशिक्षण भी अगले महीने शुरू होना है। इसका चुनाव की तरह प्लान बनाया जा रहा है।
यह हैैं आंकड़े-
स्थाई चिकित्साकर्मी-1750
संविदा चिकित्साकर्मी-1755
निजी मेडिकलकर्मी-712
सरकारी चिकित्सक-175
आशा कार्यकर्ता-3200
संगिनी कार्यकर्ता-139
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन-800