Corona Virus News Prayagraj: सरकारी अस्पतालोंं में नहीं हो रहा है कोरोना वायरस से बचाव की गाइडलाइन का पालन

घर के आस पड़ोस बाजारों और किसी अन्य सार्वजनिक स्थल पर कोरोना गाइडलाइन को धता बताने वालों से प्रयागराज के सरकारी अस्पताल दो कदम आगे हैं। स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय और मोतीलाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय कॉल्विन में कोरोना से बचाव के नियम हर कदम पर ध्वस्त हैं।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Thu, 24 Dec 2020 06:00 AM (IST) Updated:Thu, 24 Dec 2020 06:00 AM (IST)
Corona Virus News Prayagraj: सरकारी अस्पतालोंं में नहीं हो रहा है कोरोना वायरस से बचाव की गाइडलाइन का पालन
स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय और मोतीलाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय 'कॉल्विन में कोरोना से बचाव के नियम हर कदम पर ध्वस्त हैं।

प्रयागराज, जेएनएन। घर के आस पड़ोस, बाजारों और किसी अन्य सार्वजनिक स्थल पर कोरोना गाइडलाइन को धता बताने वालों से प्रयागराज के सरकारी अस्पताल दो कदम आगे हैं। स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय और मोतीलाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय 'कॉल्विन में कोरोना से बचाव के नियम हर कदम पर ध्वस्त हैं। न कहीं सैनिटाइजेशन, न पहले जैसी थर्मल स्क्रीनिंग। 'दो गज की दूरी और मास्क है जरूरी भी इन अस्पतालों में बेमायने है। यह हाल तब है जब इन अस्पतालों में उच्चाधिकारी सीसीटीवी कैमरों से बराबर निगरानी कर रहे हैं। 

एसआरएन व कॉल्विन में 'दो गज दूरी मास्क है जरूरी के नियम ध्वस्त

स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय के पंजीकरण काउंटर से लेकर विभिन्न जांच के लिए जमा होने वाले शुल्क काउंटर तक, ट्रामा सेंटर की इमरजेंसी, ओपीडी और सर्जरी विभाग से थर्मल स्क्रीनिंग व सैनिटाइजेशन की प्रक्रिया गायब है। ओपीडी में पहुंचने वाले मरीजों व उनके स्वजन के बीच दो गज दूरी का पालन कराने के लिए तैनात गार्ड सुर्ती फांकने तक ही सीमित हैं। मासूम बच्चों के मुंह व नाक पर मास्क के लिए टोकाटाकी तक नहीं हो रही। 

मरीज और स्वजन कोरोना से बेपरवाह, सैनिटाइजेशन भी नहीं हो रहा

कुछ यही तस्वीर मोतीलाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय की है। बुधवार को वाह्य हड्डी रोग विभाग की ओपीडी और पंजीकरण काउंटर तक लोग कोरोना संक्रमण से पूरी तरह बेपरवाह रहे। इनमें से कई तो ऐसे रहे जिनके मुंह व नाक पर मास्क नहीं लगे थे। अस्पताल के प्रवेश द्वार से वह कर्मचारी भी नदारद रहे जिन्हें भीतर जाने वालों के हाथ सैनिटाइज करने और थोड़ा बीमार दिखने पर पल्स ऑक्सीमीटर से ऑक्सीजन की स्थिति नापने की जिम्मेदारी दी गई है। इन दोनों ही अस्पतालों में प्रतिदिन हजारों लोगों का आवागमन होता है जबकि कोरोना से बेपरवाही का आलम यहां चरम पर है। 

क्या करें बच्चा मास्क लगाता ही नहीं

स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल की ओपीडी के बाहर लगी मरीजों की कतार में एक महिला निशा, अपने मासूम बच्चे को बिना मास्क लगवाए ही लेकर पहुंची। सवाल करने पर बताया कि क्या करें बच्चा मास्क लगाता ही नहीं।

कॉल्विन की प्रमुख अधीक्षक ने कहा, टोका जाता है लोगों को

कॉल्विन की प्रमुख अधीक्षक डॉ सुषमा ने कहा कि लोगों से आपस में दूरी बनाए रखने के लिए टोकाटाकी की जाती है। गार्ड के कहकर हटने पर लोग फिर भीड़ लगा लेते हैं। सैनिटाइजर, पल्स ऑक्सीमीटर व थर्मामीटर रखा गया है। 

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