लंबे समय तक असर छोड़ता है कोरोना वायरस, महीनों बाद भी झड़ रहे सिर के बाल

नैनी के होरीलाल साहू की पत्नी को अप्रैल में मामूली बुखार आया था। दवा से ठीक हो गया। अब उनके सिर से बाल झड़ रहे हैं। होरीलाल के अनुसार पत्नी के सिर से बाल झुंड में जड़ से उखड़ रहे हैं। यही हाल जार्जटाउन निवासी व्यापारी आशीष मिश्र के हैं।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Sun, 29 Aug 2021 12:06 PM (IST) Updated:Sun, 29 Aug 2021 12:06 PM (IST)
लंबे समय तक असर छोड़ता है कोरोना वायरस, महीनों बाद भी झड़ रहे सिर के बाल
लोगों में घबराहट और बेचैनी तो है ही, समय से पहले गंजेपन का डर भी सता रहा है।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। दूसरी लहर में कोरोना संक्रमण बीते अप्रैल माह में तेज हुआ था। जून माह तक इसका असर काफी काम चुका था लेकिन वायरस का शरीर की आंंतरिक संरचना व नर्वस सिस्टम पर अटैक अब भी जारी है। जिन्हें रिपोर्ट के आधार पर कोरोना संक्रमण हुआ था और जिन्हें साधारण वायरल फीवर भी था उनमें कई लोगों के सिर के बाल झ़ड़ रहे हैं। दो चार नहीं बल्कि सिर से बालों के गुच्छे निकल रहे हैं। इससे लोगों में घबराहट और बेचैनी तो है ही, समय से पहले गंजेपन का डर भी सता रहा है।

सिर से त्वचा कहीं-कहीं ज्यादा दिखने लगी है

नैनी के डांडी निवासी होरीलाल साहू की पत्नी को अप्रैल माह में मामूली बुखार आया था। दवा से ठीक हो गया। अब उनके सिर से बाल झड़ रहे हैं। होरीलाल के अनुसार पत्नी के सिर से बाल झुंड में जड़ से उखड़ रहे हैं। यही हाल जार्जटाउन निवासी व्यापारी आशीष मिश्र के हैं। आशीष कहते हैं कि वे कोरोना पाजिटिव हो गए थे। अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था। करीब एक महीने से उनके सिर से बाल झड़ रहे हैं जबकि इससे पहले ऐसा नहीं होता था। अल्लापुुर निवासी नितिन गुप्ता और उनके भाई दोनों ही कोरोना पाजिटिव हो गए थे। अब भाई के सिर से बाल झ़ड़ रहे हैं वह भी सिर से त्वचा कहीं-कहीं ज्यादा दिखने लगी है।

बाल झ़ड़ने का मुख्य कारण डिप्रेशन

त्वचा रोग विशेषज्ञ स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय के डा. केेजी सिंह का कहना है कि कोरोना से रिकवर होने के डेढ़ से दो महीने बाद भी बाल झ़ड़ने की समस्या आ रही है। यदि शुरूआत में ही मर्ज पहचान कर इलाज शुरू कर दिया जाए तो बाल को झ़ड़ने से रोका जा सकता है। कहा कि बाल झ़ड़ने का मुख्य कारण डिप्रेशन और स्ट्रेस यानी मानसिक तनाव है। महिलाओं में घरेलू कामकाज के चलते ज्यादा मानसिक तनाव होता है। कोरोना में लाकडाउन के चलते यह ज्यादा हुआ क्योंकि परिवार इस बीच घर पर ही था और महिलाओं को सभी की जरूरतों का ख्याल रखना था। डा. केजी सिंह ने कहा कि इलाज के दौरान स्ट्रेस से मुक्त रहना होगा तभी दवा का फायदा भी पहुंचेगा।

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