Coronavirus effect : कोरोना मिटेगा, अंधेरा छंटेगा और मेडल भी मिलेगा Prayagraj News

Coronavirus effect ओलंपिक के पोडियम पर तिरंगा लहराने की जिद में इन एथलीटों के कदम इस कोरोना काल में भी न तो थमे हैं न थम रहे हैैं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 11 Aug 2020 06:18 PM (IST) Updated:Tue, 11 Aug 2020 06:18 PM (IST)
Coronavirus effect : कोरोना मिटेगा, अंधेरा छंटेगा और मेडल भी मिलेगा Prayagraj News
Coronavirus effect : कोरोना मिटेगा, अंधेरा छंटेगा और मेडल भी मिलेगा Prayagraj News

प्रयागराज,जेएनएन।  आइये, आज आपको मिलाते हैैं एथलीटों के एक अनोखे गांव तिल्ली का पूरा से। एक से बढ़कर एक एथलीट। क्या लड़के और क्या लड़कियां। गोल्ड मेडलिस्ट इंद्रजीत, उनकी दो बहनें रोजी और रेशमा ही नहीं, अजीत, राघव, बबिता, अजय, मनीषा, शास्वत, अमित, ललिता, कामिनी, आशु, नीलम, पूनम, मुहीद, धीरज, पवन ..... ये वो नाम है, जो कोरोना के कपाल पर रोज नया लिखते-मिटाते हैैं। कहते हैैं कोरोना मिटेगा, अंधेरा छंटेगा और ओलंपिक मेडल मिलेगा। ओलंपिक के पोडियम पर तिरंगा लहराने की जिद में इन एथलीटों के कदम इस कोरोना काल में भी न तो थमे हैं न थम रहे हैैं। रोज सुबह-शाम प्रैक्टिस करते इन एथलीटों की यह तस्वीर इसकी गवाही देती है।

मुंबई हाफ मैराथन में स्वर्ण पदक विजेता हैैं इंद्रजीत पटेल

तिल्ली का पूरा गांव सोरांव तहसील क्षेत्र में है। पिछले कुछ समय से यह एथलीटों के गांव के नाम से भी जाना जाने लगा। इसकी वजह भी जान लीजिए। यहां के इंद्रजीत पटेल मुंबई हाफ मैराथन में स्वर्ण पदक विजेता हैैं। सिंगापुर में युवा ओलंपिक 2010 में उन्हेंं नौंवा स्थान मिला था और फ्रांस में 2011 में हुई विश्व युवा चैैंपियनशिप में आठवां स्थान। 2012 में वह एशिया क्रास कंट्री चैैंपियनशिप में भागीदारी कर चुके हैैं। कुल 52 मेडल हैैं उनके नाम। आसपास के गांवों के युवा उन्हेंं अपना आइडियल मानते हैैं। उनकी बहन रोजी पटेल यूथ एशियन चैैंपियनशिप बैंकाक में प्रतिभाग कर चुकी हैैं। चेन्नई में इंटरनेशनल चैैंपियनशिप में गोल्ड मेडल और रांची में हुई इंटरनेशनल पैदल चाल प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीत चुकी हैैं। इंद्रजीत की एक और बहन रेशमा जूनियर नेशनल में गोल्ड मेडल के साथ ही अंडर-16 में रिकार्ड बना चुकी हैैं। यहीं के अजीत यादव जापान में जूनियर एशियन एथलेटिक्स चैैंपियनशिप में गोल्ड मेडल हासिल करने के साथ ही नेपाल में हुए साउथ एशियन गेम्स में कांस्य पदक विजेता हैैं। राघव जापान में हुई जूनियर एशियन एथलीट चैैंपियनशिप के अलावा बैंकाक में यूथ एशियन चैैंपियनशिप में प्रतिभाग कर चुके हैैं।

कोई साई तो कोई नेशनल कैंप में

इंद्रजीत साई के बेंगलुरू सेंटर (नेता जी सुभाष साउथ सेंटर) में प्रेक्टिस करते हैं। रोजी व रेशमा देहरादून स्थित महाराणा प्रताप स्पोट्र्स कालेज में। राघव भी साई बेंगलुरू सेंटर से जुड़े हैैं और अजीत यादव पटियाला नेशनल कैंप में। लॉकडाउन में सब गांव आ गए। रोजी व रेशमा ही देहरादून में हैैं।

एथलीट व उनके पदक

इंद्रजीत-52, रोजी-11, रेशमा-06, अजीत यादव-14, राघव-06, बबिता पटेल-07, अनिल पटेल-05, अजय पटेल, मनीषा पटेल, शास्वत पटेल, अमित पटेल, ललिता पटेल (क्रमश: चार-चार) कामनी पटेल, आशू पटेल, नीरज कुमार, पूनम पटेल, पवन यादव, धीरज पटेल, गोविंद पटेल व मुहीद खान (क्रमश: तीन-तीन)

(इंद्रजीत, रेशमा, रोजी व अजीत को मिले पदकों में अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं के पदक भी हैैं।)

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