संंगमनगरी से गया नहीं ​​​​​कोरोना, मत करिए लापरवाही, वायरस इंफेक्शन ने महिला की ली जान

लंबे समय बाद जिले में कोरोना से एक मौत हुई है। एक नया संक्रमित भी मिला। डाक्टर लगातार कह रहे हैं कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए सावधानी की जरूरत है। यह गलतफहमी नहीं पालें कि कोरोना वायरस संगमनगरी से चला गया है।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Sun, 29 Aug 2021 09:05 AM (IST) Updated:Sun, 29 Aug 2021 09:05 AM (IST)
संंगमनगरी से गया नहीं ​​​​​कोरोना, मत करिए लापरवाही, वायरस इंफेक्शन ने महिला की ली जान
कोरोना संक्रमित मिलने और एक मौत से साफ है कि कोरोना के केस अभी प्रयागराज में मौजूद हैं।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। कोरोना वायरस का संक्रमण पहले से किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित मरीज के लिए बेहद घातक है। शनिवार को यह बात फिर सामने आई जब कैंसर पीडि़त एक महिला कोरोना संक्रमित हो गई और अस्पताल ले जाते समय उसका दम टूट गया। लंबे समय बाद जिले में कोरोना से एक मौत हुई है। एक नया संक्रमित भी मिला। डाक्टर लगातार कह रहे हैं कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए सावधानी की जरूरत है। यह गलतफहमी नहीं पालें कि कोरोना वायरस संगमनगरी से चला गया है। दो-तीन दिन तक शून्य रहने के बाद फिर कोरोना संक्रमित मिलने और एक मौत से साफ है कि कोरोना के केस अभी प्रयागराज में मौजूद हैं।

17 सक्रिय केस हैं जनपद में

हंडिया इलाके की निवासी 61 वर्षीय एक महिला कैंसर पीडि़त थी। उसे इलाज के लिए परिवार के लोग शनिवार को लेकर कमला नेहरू अस्पताल पहुंचे थे। इलाज से पहले उसका कोविड टेस्ट कराया गया तो महिला पाजिटिव पाई गई। इसके बाद उसे स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया गया। एसआरएन अस्पताल ले जाए जाते समय रास्ते में ही महिला की मौत हो गई। जिला सर्विलांस अधिकारी डा. एके तिवारी ने बताया कि होम आइसोलेशन में चल रहे कोरोना संक्रमितों में छह लोगों को स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज कर दिया गया। अब केवल 17 सक्रिय केस जिले में रह गए हैं। बताया कि शनिवार को 8703 लोगों के नमूने कोविड जांच को लिए गए।

डेंगू का संक्रमण तेज, एक और मरीज मिला

संक्रामक बीमारियों के साथ डेंगू भी अब दिनोंदिन फैलता जा रहा है। बाढ़ से प्रभावित रहे कछारी इलाके ज्यादा खतरे में हैं। शनिवार को डेंगू का एक नया संक्रमित नैनी में मिला। उसे नाजरेथ अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिले में अधिकृत रूप तौर पर डेंगू से अब तक 17 लोग ग्रसित मिले हैं।

जिला मलेरिया अधिकारी आनंद सिंह ने बताया कि डेंगू पीडि़त कई मरीजों का इलाज बेली अस्पताल के वार्ड में हुआ। अन्य अस्पतालों के वार्ड में डेंगू मरीज भर्ती नहीं हुए। सुविधा संपन्न लोगों ने अपने मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती कराकर इलाज कराया। बताया कि सभी क्षेत्रों में दवा का छिड़काव हो रहा है। लोग खुद भी घरों में साफ सफाई रखें। कहीं पानी न जमने दें क्योंकि डेंगू फैलाने वाले मच्छर पानी में ही पनपते हैं।

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