Corona Lockdown in Prayagraj: उठी मांग, कोरोना कर्फ्यू में सामान्य दुकानदारों को भी होम डिलीवरी की मिले अनुमति
Corona Lockdown in Prayagraj कोरोना कर्फ्यू बढ़ाए जाने के कारण कंफेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र गोयल ने ट्वीट करके प्रतिदिन दिन में 11 से एक बजे तक आवश्यक वस्तुओं के थोक व्यापार को खोलने की अनुमति देने की मांग की।
प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना वायरस संक्रमण के चेन को तोडऩे के लिए प्रदेश सरकार ने कोरोना लॉकडाउन (कोरोना कर्फ्यू) एक सप्ताह के लिए बढ़ा दिया है। कोरोना कर्फ्यू की अवधि बढऩे से आवश्यक वस्तुओं की कमी न होने पाए, इसके मद्देनजर जरूरी सामानों की थोक दुकानों को हर रोज दिन में 11 से एक बजे तक खुलने की स्वीकृति देने की मांग सरकार से की गई है। ऑनलाइन कंपनियों की तरह सामान्य दुकानदारों को भी होम डिलीवरी की अनुमति देने की भी डिमांड रखी गई।
कोरोना कर्फ्यू बढ़ाए जाने के कारण कंफेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र गोयल ने ट्वीट करके प्रतिदिन दिन में 11 से एक बजे तक आवश्यक वस्तुओं के थोक व्यापार को खोलने की अनुमति देने की मांग की। एक मई के बाद दो चरणों में लगभग 10 दिन के लिए सरकार ने कोरोना कर्फ्यू को बढ़ाया था। इसका प्रभाव यह हुआ कि आवश्यक वस्तु के वितरकों द्वारा माल परिवहन की अनुमति नहीं मिली। अनुमति न होने से आपूर्ति बंद होने के कारण खुदरा दुकानों पर आवश्यक सामानों की कमी होने लगी।
उन्होंने बताया कि मक्खन, पाउडर के दूध, प्रोटीन प्रोडक्ट, नहाने के साबुन, शैंपू, बिस्किट, नमकीन, छोटे बच्चों के दूध पाउडर, ब्रांडेड मसाले आदि धीरे-धीरे समाप्त हो रहे हैं। माल की कमी के कारण कुछ दुकानदार इसका बेजा फायदा भी उठा रहे हैं। ट्वीट के माध्यम से गैर आवश्यक वस्तुओं की दुकानों को भी सप्ताह में दो दिन अन्य समय पर खोलने की अनुमति देने की मांग भी की। कोरोना महामारी के इस दौर में व्यापारियों को अपनी जान भी बचानी है और लोगों तक सामान भी उपलब्ध कराना है। इसलिए सरकार को चाहिए कि सड़क पर उत्पीडऩ न होने पाए।
शाहगंज सर्व व्यापार मंडल द्वारा प्रदेश सरकार से मांग की गई कि कोरोना कर्फ्यू बढऩे से ऑनलाइन कंपनियों की तरह साधारण बाजारों की दुकानों को भी उसी पद्धति पर होम डिलीवरी की अनुमति तत्काल प्रदान की जाए। अध्यक्ष अनिमेष अग्रवाल का कहना है कि इससे रिटेल व्यापारी भी अपने घर-परिवार और अपने कर्मचारियों का भरण-पोषण कर सकेंगे।