Corona Fighters: प्रयागराज के इन पुलिसकर्मियों ने बुलंद हौसले से संक्रमण को दी मात, अब दूसरों की सुरक्षा को डयूटी पर मुस्तैद
इंस्पेक्टर पंकज कुमार पांडेय की तबीयत अप्रैल में खराब हुई। कोरोना के लक्षण नजर आए तो जांच कराई। रिपोर्ट पॉजीटिव आ गई। विभागीय अधिकारियों को सूचना देते हुए होम आइसोलेशन में चले गए। डॉक्टरों की सलाह ली। दवा लेने के साथ ही योग किया।
प्रयागराज,जेएनएन। कोरोना के इस दौर में ऐसे भी पुलिसकर्मी हैं, जिन्होंने अपने बुलंद हौसले से बीमारी को तो मात दी है, अब दूसरों को बचाने की ठान ली है। ड्यूटी के दौरान लोगों को कोरोना से बचने के लिए सजग तो करते ही हैं, उनको जागरूकता का पाठ भी पढ़ाते हैं।
खानपान पर दिया विशेष ध्यान, दवा के साथ किया योग
इंस्पेक्टर पंकज कुमार पांडेय की तबीयत अप्रैल में खराब हुई। कोरोना के लक्षण नजर आए तो जांच कराई। रिपोर्ट पॉजीटिव आ गई। विभागीय अधिकारियों को सूचना देते हुए होम आइसोलेशन में चले गए। डॉक्टरों की सलाह ली। दवा लेने के साथ ही योग किया। खानपान में विशेष ध्यान दिया और फिर समय से पहले ही स्वस्थ्य हो गए। इसके बाद अपनी ड्यूटी पर पहले की तरह की मुस्तैद हो गए।
मजबूत इच्छाशक्ति के आगे हार गया कोरोना
उपनिरीक्षक फागूलाल मिश्र भी कुछ दिन पहले कोरोना को हराकर ड्यूटी पर लौटे हैं। उनका कहना है कि कोरोना के बाद उनके परिवार के लोग घबरा गए। खुद को संभालते हुए उन्होंने परिवार के सभी सदस्यों को हौसला बनाए रखने को कहा। मजबूत ²ढ़ इच्छाशक्ति से उनको बीमारी को मात दी। अब ड्यूटी के दौरान वे लोगों को बीमारी से बचाने के लिए हर संभव कोशिश करते हैं।
अब दूसरों को बचाने के लिए डयूटी पर हैं मुस्तैद
उपनिरीक्षक मानवेंद्र और मुख्य आरक्षी प्रेमलाल विश्वकर्मा भी अप्रैल में कोरोना की चपेट में आ गए थे। घरवालों को जानकारी देते हुए खुद को होम आइसोलेशन में कर लिया। दवाएं और पौष्टिक आहार लिया, जिससे चंद दिनों में ही स्वस्थ्य हो गए। इनका कहना है कि स्वास्थ्य होने के बाद जब ड्यूटी पर लौटे तो संकल्प लिया कि दूसरों को हर हाल में कोरोना से बचाना है। इसके लिए वह तय ड्यूटी से भी अधिक समय तक काम करते हैं।