Corona Fighters: मजबूत मनोबल और दृढ़़ इच्छाशक्ति से महामारी को दी मात, अब डयूटी पर मुस्‍तैद, जाने कैसे किया संक्रमण का मुकाबला

सीओ पंचम अजीत कुमार रजक 20 अप्रैल को संक्रमित हुए। इसके बाद उनकी पत्नी व बच्चे की कोरोना रिपोर्ट भी पॉजिटिव आ गई। ऐसी दशा में उन्होंने अस्पताल जाने से बेहतर होम आइसोलेशन को ही माना। डॉक्टरों के परामर्श उपचार साथ ही उन्होंने मनोबल को कमजोर नहीं होने दिया।

By Rajneesh MishraEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 08:49 PM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 08:49 PM (IST)
Corona Fighters: मजबूत मनोबल और दृढ़़ इच्छाशक्ति से महामारी को दी मात, अब डयूटी पर मुस्‍तैद, जाने कैसे किया संक्रमण का मुकाबला
सीओ पंचम अजीत कुमार रजक संक्रमण को हराकर एक फिर से अपनी डयूटी पर मुस्‍तैद हैं।

प्रयागराज, जेएनएन। पहले महामारी को दी मात, अब ड्यूटी पर तैनात। मजबूत मनोबल और दृढ़़ इच्छाशक्ति के बल पर कोरोना को हराने वाले पुलिस अधिकारी व कर्मचारी उस वक्त भी विचलित नहीं हुए, जब पत्नी और बच्चे भी संक्रमण की चपेट में आ गए थे। परिवार के सभी सदस्यों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर किसी तरह खुद को संभाला, जिसके चलते सभी लोग स्वस्थ हो सके। इस संकट से उबरने के बाद पुलिसकर्मी अब एक फिर पूरी शिददत से दूसरों की जान बचाने में जुट गए हैं।

सीओ पंचम ने होम आइसोलेशन में रहकर संक्रमण से उबरे

सीओ पंचम अजीत कुमार रजक 20 अप्रैल को संक्रमित हुए। इसके बाद उनकी पत्नी व बच्चे की कोरोना रिपोर्ट भी पॉजिटिव आ गई। ऐसी दशा में उन्होंने अस्पताल जाने से बेहतर होम आइसोलेशन को ही माना। डॉक्टरों के परामर्श, उपचार साथ ही उन्होंने मनोबल को कमजोर नहीं होने दिया। संयम के चलते पांच मई को उन्होंने कोरोना को हरा दिया। तब उन्होंने ड्यूटी ज्वाइन करते हुए अपना कामकाज शुरू किया।

इंस्‍पेक्‍टर कर्नलगंज संक्रमण को हराकर फिर से डयूटी पर हैं मुस्‍तैद

इंस्पेक्टर कर्नलगंज विनीत सिंह पहले कोरोना संक्रमण की चपेट में आए और फिर उनकी पत्नी भी पॉजिटिव हो गईं। फोन पर लगातार मिल रही मनहूस खबरों ने उन्हें डराने की कोशिश, लेकिन हार नहीं माने। इस बीच साथ रह रही बच्ची की भी चिंता सताती रही, लेेकिन अब वह कोरोना से लडऩे के लिए फिर से कार्यक्षेत्र के मैदान में हैं। थानाध्यक्ष शंकरगढ़ कुलदीप तिवारी भी कोरोना से संक्रमित हुए। स्टॉफ और परिवार का ख्याल रखते हुए उन्होंने सभी की जांच करवाई और फिर होम आइसोलेशन में रहकर कई दिन बाद ठीक हुए। अब वह अपना फर्ज निभाते हुए लोगों को कोरोना से बचाव पर जोर दे रहे हैं। ऐसा ही हाल इंस्पेक्टर झूंसी शमशेर बहादुर ङ्क्षसह का भी रहा। उन्होंने भी करीब एक पखवाड़े में कोरोना को अपने मजबूत इरादों के बल पर मात देकर ड्यूटी कर रहे हैं। ऐसे और भी कई पुलिसकर्मी हैं, जो कोरोना को हराकर ड्यूटी पर फिर से मुस्तैद हो गए हैं।

एसपी सिटी समेत कई ने अपनों को खोया

कोरोना की दूसरी लहर में एसपी सिटी दिनेश कुमार सिंह समेत कई पुलिसकर्मियों ने अपनों को खो दिया है। गाजीपुर निवासी एसपी सिटी की मां का कोरोना से निधन हुआ है। इंस्पेक्टर कीडगंज इंस्पेक्टर रोशन लाल के पिता रायबरेली में रहते थे, जिन्हें कोरोना निगल गया। मऊ निवासी इंस्पेक्टर कोतवाली नरेंद्र प्रसाद की पत्नी मालती और भाभी उर्मिला की कोरोना के कारण मौत हुई। थानाध्यक्ष करेली बृजेश सिंह ने भी चचेरे भाई अरविंद की सांस कोरोना ने रोक दी। अपनों को खोने वाले पुलिसकर्मी भी ड्यूटी का फर्ज निभाने में डटे हुए हैं।

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