Corona Effect On Business: यही हाल रहा तो प्रयागराज के उत्पादन इकाइयों पर लग जाएंगे ताले, कई समस्याएं हैं सामने
केंद्र सरकार ने सभी औद्योगिक इकाइयों और कामर्शियल उपयोग के लिए आक्सीजन सिङ्क्षलडर की सप्लाई पर रोक लगा दी। लिहाजा औद्योगिक क्षेत्र की तमाम इकाइयों के काम ठप हो गए हैं। यही हाल रहा तो कई इकाइयों पर ताले लगने की नौबत आ जाएगी।
प्रयागराज, जेएनएन। होली के बाद से कोरोना की दूसरी लहर के रफ्तार पकड़ लेने के कारण कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि होने लगी थी। इसकी वजह से अस्पतालों और घरों में आक्सीजन सिलिंडर की मांग भी ज्यादा बढ़ गई। मांग के मुताबिक आपूर्ति न हो पाने के कारण केंद्र सरकार ने सभी औद्योगिक इकाइयों और कामर्शियल उपयोग के लिए आक्सीजन सिलिंडर की सप्लाई पर रोक लगा दी। लिहाजा, औद्योगिक क्षेत्र की तमाम इकाइयों के काम ठप हो गए हैं। यही हाल रहा तो कई इकाइयों पर ताले लगने की नौबत आ जाएगी।
गाड़ियों की रिपेयिरंग भी नहीं हो पार ही है
औद्योगिक क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित कार कंपनी का वर्कशाप है। वर्कशाप के एक पदाधिकारी का कहना है कि इस महामारी में लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट से नहीं चलना चाहते हैं। वह अपनी गाडिय़ों से ही सफर करना चाहते हैं। लेकिन, जो गाडिय़ां ज्यादा क्षतिग्रस्त हैं, आक्सीजन सिलिंडर के बिना उनकी रिपेयरिंग नहीं हो पा रही है। इसकी वजह से ग्राहकों के वाहनों की डिलीवरी में विलंब हो रहा है। इससे कंपनी की प्रतिष्ठा पर भी असर पड़ रहा है। उद्यमी सतनाम ङ्क्षसह बिरदी का कहना है कि यहां ज्यादातर फैब्रिकेशन की इकाइयां हैं। इन इकाइयों के संचालन के लिए ऑक्सीजन सिलिंडर की जरूरत पड़ती है। सिलिंडरर की उपलब्धता न होने से कंपनियां बंदी की कगार पर पहुंचती जा रही हैं। बताया कि आर्डर न होने के कारण मजदूरों को छुट्टी देकर शुक्रवार को अपनी इकाई में ताला लगा दिया। उद्यम से संबंधित एक विभाग के बड़े अधिकारी ने भी स्वीकार किया है कि ऑक्सीजन सिलिंडर की आपूॢत न होने से कई इकाइयों में ताले लगने की नौबत हो गई है। बता दें कि सरकार ने 15 मई तक इकाइयों और कामर्शियल उपयोग के लिए आक्सीजन सिलिंडरकी आपूर्ति पर रोक लगाई है। अगर यह रोक आगे बढ़ी तो कंपनियों में ताला लगना तय है।