सरसों की तेल की कीमत में वृद्धि का सिलसिला जारी, थोक में 165 रुपये प्रति लीटर हुआ दाम Prayagraj News
इलाहाबाद गल्ला तिलहन व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश चंद्र केसरवानी का कहना है कि कंपनियों ने जो संकेत दिए हैं। उससे बुधवार को भी एक-दो रुपये किलो सरसों के तेल के रेट में वृद्धि के आसार हैं। रिफाइंड का दाम भी बढ़ सकता है।
प्रयागराज,जेएनएन। कोरोना संक्रमण की मार लोगों पर वैसे ही पड़ी है। तेल कंपनियां भी इसका फायदा उठाते हुए खूब मनमानी कर रही हैं। सरकार का न ध्यान इस ओर है और न कंपनियों पर नियंत्रण के लिए कोई प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं। इससे सरसों के तेल की बढ़ती कीमतों पर नियंत्रण नहीं लग रहा है। कंपनियों ने मंगलवार को सरसों के तेल की कीमत फिर एक रुपये लीटर बढ़ा दी हैं। बुधवार को भी एक-दो रुपये लीटर वृद्धि के आसार हैं।
होली के बाद सरसो के तेल के दाम ने पकड़ा है तेजी का रुख
होली के बाद से खाद्य तेलों की कीमतों ने तेजी का रुख धरा तो फिर रेट कम नहीं हुआ। सोमवार को सरसों के तेल का रेट चढ़कर 2450 रुपये 15 किलो टिन हो गया था। मंगलवार को इसकी कीमत में करीब 20 रुपये टिन की फिर वृद्धि हुई। इससे रेट बढ़कर 2470 रुपये तक हो गया। रिफाइंड 2300 रुपये प्रति 15 लीटर टिन और पॉमोलिन 2250 रुपये रुपये प्रति 15 किलो टिन है।
रिफाइंड का भी बढ़ सकता है दाम
अगर करीब पखवारे भर पहले की बात करें तो सरसों के तेल का थोक रेट 2250 रुपये 15 किलो टिन, सोयाबीन फाच्र्यून यानी रिफाइंड का दाम 2200 रुपये 15 लीटर टिन और पॉमोलीन का मूल्य 2040 रुपये 15 किलो टिन था। पिछले शनिवार को सरसों के तेल का रेट चढ़कर 2400 रुपये प्रति 15 किलो टिन, रिफाइंड 2300 और पॉमोलिन 2250 रुपये रुपये टिन हो गया था। इलाहाबाद गल्ला तिलहन व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश चंद्र केसरवानी का कहना है कि कंपनियों ने जो संकेत दिए हैं। उससे बुधवार को भी एक-दो रुपये किलो सरसों के तेल के रेट में वृद्धि के आसार हैं। रिफाइंड का दाम भी बढ़ सकता है।