प्रयागराज के प्रतियोगी छात्रों ने Internet Media पर निकाला विरोध का नया तरीका, जानिए क्या है मामला

अब छात्रों ने विरोध के लिए इंटरनेट मीडिया का भी सहारा लिया है। वाट्सएप फेसबुक ट्विटर एवं इंस्टाग्राम के माध्यम से सरकार तक अपनी बात पहुंचाने का नया तरीका निकाला है। प्रतियोगियों ने कर्मचारी चयन आयोग की सीजीएल परीक्षा को लेकर ट्विटर पर अपना विरोध दर्ज कराया है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 09:40 AM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 09:40 AM (IST)
प्रयागराज के प्रतियोगी छात्रों ने Internet Media पर निकाला विरोध का नया तरीका, जानिए क्या है मामला
हाईटेक युग में प्रतियोगी छात्र अपना विरोध दर्ज कराने के लिए इंटरनेट मीडिया का सहारा ले रहे हैं।

प्रयागराज, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में प्रयागराज भर्ती बोर्ड का गढ़ हैं। यहां पर प्रतियोगी छात्र आए दिन विभिन्न चयन आयोग के सामने धरना-प्रदर्शन करते हैं। चंद्रशेखर आजाद पार्क में बैठक करके चयन प्रक्रिया में अनियमितताओं को लेकर सरकार की बखिया उघेड़ते हैं। चयन प्रक्रिया में देरी को लेकर भी छात्रों का आक्रोश निकलता रहता है। भर्ती प्रक्रिया मेंं भ्रष्टाचार उजागर होने पर प्रतियोगी सरकार को कटघरे में खड़ा करते हैं।

अब छात्रों ने विरोध के लिए इंटरनेट मीडिया का भी सहारा लिया है। वाटसएप, फेसबुक, ट्विटर एवं इंस्टाग्राम के माध्यम से सरकार तक अपनी बात पहुंचाने का नया तरीका निकाला है। प्रतियोगियों ने कर्मचारी चयन आयोग की सीजीएल परीक्षा को लेकर ट्विटर पर अपना विरोध दर्ज कराया है।

सरकार और चयन बोर्डों के टिवटर हैंडल पर दर्ज करा रहे हैं विरोध
प्रतियोगी छात्र सौरभ पांडेय बताते हैं कि चयन बोर्डों की अनियमितता को उजागर करने के लिए इंटरनेट मीडिया सबसे कारगर हथियार बन गया है। छात्रों ने अपने-अपने वाट्सएप ग्रुप बना लिए हैं। इसके माध्यम से सब एक दूसरे जुड़े हुए हैं। किसी मुद्दे पर सब अपनी राय इसके माध्यम से व्यक्त करते हैं। कहीं सबको एकत्र होना होता है तो इसी माध्यम से सूचना दे दी जाती है। फेसबुक के माध्यम से भी हम लोग अपनी बात रखते हैं।

सीजीएल को लेकर कई लाख प्रतियोगियों ने टिवटर पर दर्ज कराया विरोध
कर्मचारी चयन आयोग से निकलने वाली भर्ती परीक्षा की तैयारी करने वाले प्रतियोगी अंशु निगम बताते हैं कि सीजीएल परीक्षा में विसंगति को लेकर अब तक कई लाख छात्र ट्विटर पर विरोध दर्ज करा चुके हैं। यह प्रतियोगिता देशव्यापी है। ट्विटर के माध्यम से छात्रों ने सीजीएल टियर-2 परीक्षा के अंक जारी करने की मांग की है। उनका कहना है कि कर्मचारी चयन आयोग ने 15 से 18 नवंबर 2020 के बीच सीजीएल टियर-2 परीक्षा तीन पालियों में कराई गई थी। आयोग ने टियर-2 का परिणाम घोषित किए बिना टियर-3 की  परीक्षा करवा ली। अब इसको लेकर प्रतियोगियों में नाराजगी है। प्रतियोगी ट्विटर हैंडल पर विरोध दर्ज जता रहे हैं। अंशु निगम का दावा है कि अब तक 38 लाख प्रतियोगी अपना विरोध दर्ज करा चुके हैं।

नियुक्त पत्र जारी करने की मांग को लेकर भी इटरनेट मीडिया का सहारा
विभिन्न प्रतियोगी परीक्षा में चयनित अभ्यर्थी भी नियुक्त पत्र जारी करने की मांग को लेकर इंटरनेट मीडिया का सहारा ले रहे हैं। राजकीय इंटर कालेज के लिए चयनित एलटी ग्रेड शिक्षक इसको लेकर मुहिम छेड़े हुए हैं। हालांकि अभ्यर्थी अफसरों से मिलकर भी अपनी मांग रख रहे हैं।

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