कांग्रेस के प्रयागराज महानगर अध्‍यक्ष नफीस अनवर को पद से हटाया गया, विवादों में छिन गई कुर्सी

आपसी विवाद के कारण कांग्रेस के महानगर अध्‍यक्ष नफीस अहमद को अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी। विवादों के कारण उन्‍हें पद से हटा दिया गया है। इस संबंध में कांग्रेस पार्टी के जनरल सेक्रेटरी केसी वेणुगोपाल की ओर से इस संबंध में आदेश जारी किया है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 09:20 AM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 09:20 AM (IST)
कांग्रेस के प्रयागराज महानगर अध्‍यक्ष नफीस अनवर को पद से हटाया गया, विवादों में छिन गई कुर्सी
विवादों के चलते कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने महानगर अध्यक्ष नफीस अनवर को तत्काल पद से हटा दिया है।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। प्रयागराज शहर कांग्रेस कमेटी में बड़ा बदलाव किया गया है। तमाम विवादों के चलते पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने महानगर अध्यक्ष नफीस अनवर को तत्काल पद से हटा दिया है। उनकी जगह प्रदीप मिश्र अंशुमन को नया अध्यक्ष बनाया गया है। पार्टी के जनरल सेक्रेटरी केसी वेणुगोपाल की तरफ से इसका आदेश भी जारी कर दिया गया है।

दरअसल, पिछले सप्ताह से लगातार शहर कांग्रेस अपने ही कारनामे से सुर्खियों में थी। पिछले दिनों कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा की गिरफ्तारी के विरोध में कांग्रेसियों ने प्रदर्शन किया था। सिविल लाइंस में वह सड़क जाम करने का प्रयास करने लगे तो पुलिस ने सभी को हिरासत में लेकर पुलिस लाइन भेज दिया। वहां दो समोसे के लिए शहर कांग्रेस कमेटी के सचिव इरशाद उल्ला और जिला प्रवक्ता हसीब अहमद के बीच विवाद हो गया था। अगले दिन इसका वीडियो वायरल हो गया।

वायरल वीडियो में इरशाद गाली गलौज करते नजर आ रहे थे। इसके अलावा वह चौराहे पर हसीब को मारने की धमकी भी देते दिखे। इस वीडियो में तत्कालीन महानगर अध्यक्ष नफीस अनवर यह कहते हुए मध्यस्थता करने की कोशिश करते दिखे की शांत रहिए, यह घर नहीं है। इस प्रकरण में पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज किया था।

इसके बाद इरशाद की तरफ से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ भाजपा से पीलीभीत सांसद वरुण गांधी का पोस्टर वायरल कर दिया गया। इस पर विपक्ष ने कांग्रेस की चुटकी भी ली थी। यहां तक कि भाजपा एमएलसी सुरेंद्र चौधरी ने कांग्रेसियों को जोकर तक कह दिया। महानगर अध्यक्ष नफीस अनवर इन सबके बावजूद इरशाद को बचाने में लगे रहे। उन्होंने केवल 15 दिन के लिए इरशाद को बाहर का रास्ता दिखाया।

इसके अलावा बाढ़ के दौरान महानगर अध्यक्ष का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह बिजली चोरी के लिए लोगों को उकसाते नजर आए थे। ऐसी ही तमाम अन्य शिकायतें पार्टी हाईकमान के पास पहुंचीं थीं, जिसमें यह भी कहा गया था कि नफीस के नेतृत्व में कमी है। इस पर हाईकमान ने नफीस को पैदल कर दिया। उनकी जगह प्रदीप मिश्र अंशुमन की ताजपोशी की गई है। इस संदर्भ में नफीस का कहना है पार्टी हाईकमान की तरफ से जो भी निर्देश मिलेगा, उस हिसाब से वह बराबर कार्य करते रहेंगे।

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