600 गांवों में सियासी संवाद भी करेंगे कांग्रेसी, प्रयागराज के बसवार से बलिया के लिए रवाना हुई है नदी अधिकार यात्रा

बसवार के निषाद समुदाय पर सियासी मरहम लगाने के बाद पार्टी ने नया दांव चला है। बसवार से रवाना होने के बाद बलिया में खत्म होने वाली इस यात्रा के दौरान कांग्रेसी गंगा के छोर पर बसे 600 गांवों में सियासी संवाद भी करेंगे।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Tue, 02 Mar 2021 06:00 AM (IST) Updated:Tue, 02 Mar 2021 08:19 AM (IST)
600 गांवों में सियासी संवाद भी करेंगे कांग्रेसी, प्रयागराज के बसवार से बलिया के लिए रवाना हुई है नदी अधिकार यात्रा
यात्रा के दौरान कांग्रेसी गंगा के छोर पर बसे 600 गांवों में सियासी संवाद भी करेंगे।

प्रयागराज, जेएनएन। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव और उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा के निर्देश पर बसवार के निषाद समुदाय पर सियासी मरहम लगाने के बाद पार्टी ने नया दांव चला है। बसवार से रवाना होने के बाद बलिया में खत्म होने वाली इस यात्रा के दौरान कांग्रेसी गंगा के छोर पर बसे 600 गांवों में सियासी संवाद भी करेंगे। इसके पीछे मकसद यह है कि वह पार्टी के बारे में फीडबैक भी लेना है।  

20 मार्च को बलिया के मांझी घाट पर थमेगी यात्रा

दरअसल, बसवार में चार फरवरी को बालू के अवैध खनन पर प्रशासन ने कार्रवाई करते हुआ 23 नाविकों के नावों का तोड़ डाला था। कांग्रेस ने इस पर सियासत शुरू कर दी। प्रियंका गांधी वाड्रा 21 फरवरी को खुद बसवार गांव आईं। उन्होंने तोड़ी गई नावों की मरम्मत के लिए 18 निषाद परिवारों को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी। इसके साथ ही उन्होंने नदी अधिकार यात्रा निकाले जाने का भी ऐलान कर दिया। कांग्रेस महासचिव ने इस मसले पर सड़क से लेकर संसद तक लड़ाई लडने की बात कही थी। यात्रा 20 मार्च को बलिया के मांझी घाट पर समाप्त होगी। इस दौरान कांग्रेसजन करीब 600 गांवों में लोगों से संवाद करेंगे। यात्रा मीरजापुर, भदोही, वाराणसी, चंदौली, गाजीपुर होते हुए बलिया पहुंचेगी। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के मीरजापुर में यात्रा में शामिल होने के आसार हैैं। 

मवैया के गंगा घाट पर रात्रि होगा विश्राम

बसवार गांव से शुरू की गई नदी अधिकार यात्रा सोमवार की शाम मवैया घाट पर थमी। पदयात्रा में शामिल लोगों ने इस गांव में रात्रि भोजन कर विश्राम किया। इसके बाद यात्रा मंगलवार सुबह प्रस्थान कर दोपहर में मनैया घाट पहुंचेगी। यमुनापार अध्यक्ष अरुण तिवारी ने बताया कि नदी के किनारे बसे गांव में अधिकांश आबादी निषादों की होती है, जिन्हें जागरूक किया जाएगा।

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