फांसीवाद-कारपोरेटवाद के बढ़ते गठजोड़ पर चिता

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मा‌र्क्सवादी) के 23 वें राज्य सम्मलेन के दूसरे दिन फांसीवाद कारपोरेटवाद पर चर्चा की गई।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 04 Oct 2021 12:43 AM (IST) Updated:Mon, 04 Oct 2021 12:43 AM (IST)
फांसीवाद-कारपोरेटवाद के बढ़ते गठजोड़ पर चिता
फांसीवाद-कारपोरेटवाद के बढ़ते गठजोड़ पर चिता

जागरण संवाददाता, प्रयागराज : भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मा‌र्क्सवादी) के 23 वें राज्य सम्मलेन के दूसरे दिन रविवार को यहां फांसीवाद और कारपोरेटवाद के बढ़ते गठजोड़ पर चिंता जताई गई। पदाधिकारियों ने संगठनात्मक मुद्दों पर चर्चा के साथ ही आगामी संघर्षो की रूपरेखा तय की।

बिजलीघर चौराहे के पास शंकरलाल मेमोरियल हाल में दिन भर कई मुद्दों पर चर्चा हुई। राज्य के 49 जिलों से आए प्रतिनिधियों ने बीते तीन वर्षों में विभिन्न मोर्चे पर किए गए कार्यों को की जानकारी दी। किसान आंदोलन, नागरिकता विरोधी आंदोलन (सीएए, एनआरसी), सांप्रदायिक उन्माद, महिलाओं पर अत्याचार और हिसा, मूल्यवृद्धि जैसे मसलों पर खुलकर चर्चा की। वक्ताओं का यही कहना था कि आतंकवाद के नाम पर मुस्लिम युवकों को प्रताड़ित किया जा रहा है। जल, जंगल और जमीन से आदिवासियों और मेहनतकशों लोगों को दूर किया जा रहा हैं। इन मुद्दों पर प्रस्ताव भी पारित किए गए। इससे पहले प्रदेश सचिव कामरेड हीरालाल यादव ने राज्य सचिव मंडल की तरफ से रिपोर्ट प्रस्तुत की। पूर्व महासचिव और पोलित ब्यूरो सदस्य प्रकाश करात, पोलित ब्यूरो की सदस्य सुभाषिनी अली ने भी मार्गदर्शन दिया। जेएस मजूमदार, किसान सभा के सचिव मुकुट सिंह, डीपी सिंह, खेत मजदूर यूनियन के प्रदेश सचिव बीएल भारती, सीटू के प्रदेश सचिव प्रेमनाथ राय, महिला मोर्चा की सचिव मधु गर्ग, कृष्णकांत मिश्र, अंबिका मिश्र, हरिश्चंद्र द्विवेदी, सुखदेव आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। प्रतिनिधि सत्र में करीब 160 प्रतिनिधि मौजूद थे।

पहुंचे महासचिव सीताराम येचुरी, आज करेंगे संबोधित

तीन दिनी इस सम्मेलन के अंतिम दिन महासचिव सीताराम येचुरी लोगों को संबोधित करेंगे। वह रविवार शाम यहां पहुंचे। पार्टीजनों से मुलाकात कर विचार-विमर्श किया और राजनीतिक हालात की जानकारी ली।

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