रेलमंत्री से भी हो चुकी थी निलंबित बाबुओं की शिकायत

डीआरएम प्रयागराज कार्यालय के निलंबित बाबू काफी समय से भ्रष्टाचार में लिप्त थे।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Sep 2020 08:53 PM (IST) Updated:Thu, 24 Sep 2020 08:53 PM (IST)
रेलमंत्री से भी हो चुकी थी निलंबित बाबुओं की शिकायत
रेलमंत्री से भी हो चुकी थी निलंबित बाबुओं की शिकायत

जासं, प्रयागराज : डीआरएम प्रयागराज कार्यालय में तैनात वाणिज्य शाखा के एक इंस्पेक्टर और दो बाबू सोमवार को निलंबित कर दिए गए है। निलंबित किए गए दोनों बाबू भ्रष्टाचार में लंबे समय से लिप्त हैं। इन दोनों की शिकायत कौशांबी के सांसद विनोद सोनकर तीन महीने पहले रेलमंत्री पीयूष गोयल से कर चुके हैं। उसके बाद भी रेलवे अफसर नहीं चेते और ऐसे बाबुओं को बचाते रहे। आखिर में दूसरे मामले में इनका खेल पकड़ा गया तो निलंबित किए गए।

21 जून 2020 को कौशांबी के सांसद विनोद सोनकर ने रेलमंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखा था। उन्होंने लिखा था कि प्रयागराज डीआरएम कार्यालय के वाणिज्य शाखा में तैनात अमित अग्रवाल और पंकज पांडेय भ्रष्ट प्रवृत्ति के हैं। इसमें से अमित की पहले भी शिकायत हुई तो उसका तबादला पार्सल में कर दिया गया था। लेकिन अधिकारियों से मिलीभगत करके वह फिर से कैटरिग में आ गया। आरोप है कि इन दोनों कर्मचारियों ने श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में खाना उपलब्ध कराने में वेंडर सुनील कुमार से मिलकर घोर अनियमितता बरती थी। उसमें घटिया खाना बांटा था इसलिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन के यात्रियों ने हंगामा किया था। इसमें अन्य लोगों की भी मिलीभगत थी। ऐसे कर्मियों की वजह से रेलवे की छवि धूमिल हुई थी। सांसद के पत्र के बाद मामले की जांच हुई लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। अब तीन महीने बाद दूसरे मामले में यह लोग पकड़े गए और निलंबन हुआ। सांसद ने कहा कि मैं तो पहले ही कह चुका था रेलवे के कुछ अधिकारी और कर्मचारी छवि धूमिल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई सही है। डीआरएम आफिस में रही हलचल

एक इंस्पेक्टर और दो बाबुओं का निलंबन हुआ तो मामला कार्यालय तक ही सीमित रहा। गुरुवार को दैनिक जागरण ने इसे प्रमुखता से प्रकाशित किया तो उच्च अधिकारी मामले के दबाने में लग गए। अब वह आरोपित पर कार्रवाई करने के बजाय उसे बचाने के लूपहोल तलाश रहे हैं।

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