एसडीएम के तल्ख तेवर से फरियादी हुआ बेहोश, खलबली Prayagraj News

एसडीएम मेजा रेनू सिंह ने पुलिस वालों से पूछा कि तहसील परिसर में जब धारा 144 लगी है तब यह लोग कैसे झुंड में यहां पहुंच गए सभी को गिरफ्तारी किया जाय।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 20 Nov 2019 01:04 PM (IST) Updated:Wed, 20 Nov 2019 01:04 PM (IST)
एसडीएम  के तल्ख तेवर से फरियादी हुआ बेहोश, खलबली  Prayagraj News
एसडीएम के तल्ख तेवर से फरियादी हुआ बेहोश, खलबली Prayagraj News

प्रयागराज,जेएनएन : संपूर्ण समाधान दिवस के दौरान मंगलवार को उप जिलाधिकारी मेजा रेनू सिंह की कथित फटकार के बाद अकबर शाहपुर गांव निवासी कमलेश कुमार बेहोश हो गए। एसडीएम के इस रवैये के विरोध में ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन शुरु कर दिया। तहसील के अधिकारियों एवं अधिवक्ताओं की पहल पर मामला शांत हुआ।

एसडीएम ने प्रदर्शनकारियों की गिरफतारी का दिया आदेश

   अकबर शाहपुर गांव के लोग सरकारी आवास की मांग को लेकर ग्राम प्रधान हरि कृष्ण यादव की अगुवाई में तहसील पहुंचे थे।  ज्यादातर मुसहर समाज के लोग थे। प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए वह उस हाल के अंदर पहुंच गए, जहां फरियाद सुनी जा रही थी। एसडीएम मेजा रेनू सिंह ने पुलिस वालों से पूछा कि तहसील परिसर में जब धारा 144 लगी है, तब यह लोग कैसे झुंड में यहां पहुंच गए, सभी को गिरफ्तारी किया जाय। मौजूद पुलिस कर्मी नारेबाजी कर रहे ग्रामीणों को गिरफ्तारी के लिये घेरने लगे।

बेहोश युवक को लिटाकर कर प्रदर्शनकारी करने लगे हंगामा

प्रदर्शनकारियों में कमलेश कुमार एसडीएम का सख्त रुख देख बेहोश हो गया। उसे तहसील भवन के बाहर लिटा कर लोग हंगामा करने लगे। यह देख मौके पर मौजूद अन्य अधिकारियों एवं अधिवक्ताओं ने जैसे तैसे उन्हें शांत कराया और बेहोश कमलेश कुमार को एंबुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मेजा में भर्ती कराया। एसडीएम का पक्ष तमाम प्रयास के बाद भी नहीं मिल सका। उनका सीयूजी नंबर स्विच्ड आफ बताता रहा। अलबत्ता  एडीएम (प्रशासन) वीएस दुबे ने इतना जरूर कहा कि ऐसा कोई मामला संज्ञान में नहीं है। यदि शिकायत मिलती है तो जवाब मांगा जाएगा। यह पेशबंदी भी हो सकती है। किसी के फटकारने मात्र से किसी का बेहोश होना हास्यास्पद और अचरज भरा है।

chat bot
आपका साथी