UPPSC: भर्ती परीक्षाओं में बदलाव के खिलाफ प्रतियोगी लामबंद, पुरानी व्यवस्था लागू करने को बड़े आंदोलन की तैयारी

पीसीएस सहित प्रमुख परीक्षाओं का पैटर्न बदलने स्केलिंग-माडरेशन की प्रक्रिया स्पष्ट करने हर परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों की मार्कशीट सार्वजनिक करने की मांग प्रतियोगी लंबे समय से कर रहे हैं। लोकसेवा आयोग ने उनकी किसी भी मांग को गंभीरता से नहीं लिया।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 03:55 PM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 03:55 PM (IST)
UPPSC: भर्ती परीक्षाओं में बदलाव के खिलाफ प्रतियोगी लामबंद, पुरानी व्यवस्था लागू करने को बड़े आंदोलन की तैयारी
पीसीएस सहित समस्त भर्ती परीक्षाओं में पुरानी व्यवस्था लागू कराने के लिए प्रतियोगी छात्र लामबंद हो रहे हैं।

प्रयागराज, राज्य ब्यूरो। उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग की पीसीएस सहित समस्त भर्ती परीक्षाओं में पुरानी व्यवस्था लागू कराने के लिए प्रतियोगी छात्र लामबंद हो रहे हैं। इंटरनेट मीडिया पर 'प्रतियोगियों के विरुद्ध बदलाव-नहीं करेंगे स्वीकार नाम से मुहिम चलाई जा रही है। इस कवायद के पीछे प्रतियोगियों को एक मंच पर लाना है। प्रदेश के हर जिला के प्रतियोगियों को एकजुट करके आयोग की नीति के खिलाफ व्यापक आंदोलन छेडऩे की तैयारी है। पीसीएस-2021 प्रारंभिक परीक्षा 24 अक्टूबर को है। इस परीक्षा के बाद नवंबर के प्रथम सप्ताह में प्रतियोगी एकजुट होकर आवाज बुलंद करेेंगे।

अध्यक्ष के खिलाफ आर-पार की लड़ाई छेड़ी जाएगी

पीसीएस सहित प्रमुख परीक्षाओं का पैटर्न बदलने, स्केलिंग-माडरेशन की प्रक्रिया स्पष्ट करने, हर परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों की मार्कशीट सार्वजनिक करने की मांग प्रतियोगी लंबे समय से कर रहे हैं। लोकसेवा आयोग ने उनकी किसी भी मांग को गंभीरता से नहीं लिया। इस पर व्यापक आंदोलन छेडऩे की तैयारी है। प्रतियोगी छात्र मोहन का कहना है कि आयोग की कार्यप्रणाली शीघ्र न बदली गई तो अध्यक्ष के खिलाफ आर-पार की लड़ाई छेड़ी जाएगी। उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग की कई भर्ती परीक्षाओं में गड़बड़ी, परिणाम घोषित करने में देरी और भर्ती परीक्षाएं नहीं कराने की वजह से प्रतियोगी छात्र पहले भी आंदोलन कर चुके हैं। यहां तक कि आयोग के सामने धरना प्रदर्शन भी सैकड़ों प्रतियोगी छात्रों ने किया था।

यह है प्रतियोगियों की मांग

- पीसीएस में हिंदी व अंग्रेजी कापियों का मूल्यांकन संबंधित विषय के विशेषज्ञ से कराया जाय।

- मध्य प्रदेश की तर्ज पर यूपीपीएससी सिर्फ यूपी के प्रतियोगियों की भर्ती करे। अगर दूसरे प्रदेश के अभ्यर्थियों को शामिल करना है तो उनके लिए सिर्फ पांच प्रतिशत का कोटा निर्धारित हो।

- पीसीएस मुख्य परीक्षा के लिए पुन: 18 गुना व इंटरव्यू के लिए पद के सापेक्ष तीन गुना अभ्यर्थी पास किए जाएं।

- भर्ती परीक्षाओं में 20 प्रतिशत महिला आरक्षण सिर्फ उत्तर प्रदेश की महिलाओं को मिले।

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