प्रतियोगी छात्रों ने खाली पदों को बनाया मुद्दा, पुरानी भर्ती के लिए इंटरनेट मीडिया पर भी चलाया जा रहा अभियान

प्रतियोगी छात्र खाली पद को मुद्दा बनाकर उसके लिए नई भर्ती निकालने की मांग कर रहे हैं। इसके मद्देनजर इंटरनेट मीडिया में अभियान चलाया जा रहा है। साथ ही आयोग अध्यक्ष से मिलने के लिए समय मांगा है।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 10:24 AM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 10:24 AM (IST)
प्रतियोगी छात्रों ने खाली पदों को बनाया मुद्दा, पुरानी भर्ती के लिए इंटरनेट मीडिया पर भी चलाया जा रहा अभियान
प्रतियोगी छात्र खाली पद को मुद्दा बनाकर उसके लिए नई भर्ती निकालने की मांग कर रहे हैं

प्रयागराज, जेएनएन। उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग ने पिछले कुछ दिनों में अलग-अलग पद की भर्ती निकाली है। इसके तहत 27 मई को चिकित्सा विभाग में विशेषज्ञों की 3,620 व चार जून को 10 विभागों में अलग-अलग कुल 130 पदों की भर्ती निकली गई। दोनों भर्तियों के लिए आनलाइन आवेदन लिया जा रहा है। इसके बीच जो भर्तियां पूरी हो चुकी हैं, लेकिन उनके पद खाली हैं। अब उन खाली पदों को भरने की मांग भी उठने लगी है। प्रतियोगी छात्र खाली पद को मुद्दा बनाकर उसके लिए नई भर्ती निकालने की मांग कर रहे हैं। इसके मद्देनजर इंटरनेट मीडिया में अभियान चलाया जा रहा है। साथ ही आयोग अध्यक्ष से मिलने के लिए समय मांगा है।

खाली पद खाली छोडऩा अनुचित, कह रहे हैं प्रयगराज में प्रतियोगी छात्र

लोकसेवा आयोग ने 2020-2021 में कई प्रमुख भर्तियों का परिणाम जारी किया है। योग्य अभ्यर्थी न मिलने से अलग-अलग भर्तियों में काफी पद खाल रह गए हैं। एलटी ग्रेड-2018 में 3,241, पीसीएस-2019 में 19, पीसीएस-2020 में 11, आरओ/एआरओ-2016 में 43, सहायक सांख्यिकी अधिकारी के 15, जेई-2013 सिविल अभियंत्रण में 480, अर्थ व संख्या निरीक्षक/सहायक विकास अधिकारी (नियोजन विभाग) में 231, एलोपैथिक चिकित्साधिकारी श्रेणी-1 में 311, डेंटल सर्जन के 60, एलोपैथिक चिकित्साधिकारी आरक्षित श्रेणी के 33, राजकीय मेडिकल कालेज के तहत सहायक आचार्य रेडियो डायग्नोसिस के 23 पद खाली रह गए हैं। प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के अध्यक्ष अवनीश पांडेय का कहना है कि खाली पद खाली छोडऩा अनुचित है। प्रतियोगियों के हित में अयोग या तो प्रतीक्षा सूची जारी करे अथवा नई भर्ती निकाले।

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