Coronavirus Effect in Prayagraj : हेल्प डेस्क के बिना नहीं चल सकेंगी कंपनियां, ऐसा इसलिए ताकि संक्रमण न हो

50 से ज्यादा कामगारों वाली कंपनियों में कोविड-19 हेल्प डेस्क अनिवार्य है। अन्य इकाइयों को भी कोविड-19 हेल्प डेस्क गठित करने के लिए कहा गया है ताकि संक्रमण का फैलाव न होने पाए।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Thu, 16 Jul 2020 07:46 AM (IST) Updated:Fri, 17 Jul 2020 04:39 PM (IST)
Coronavirus Effect in Prayagraj : हेल्प डेस्क के बिना नहीं चल सकेंगी कंपनियां, ऐसा इसलिए ताकि संक्रमण न हो
Coronavirus Effect in Prayagraj : हेल्प डेस्क के बिना नहीं चल सकेंगी कंपनियां, ऐसा इसलिए ताकि संक्रमण न हो

प्रयागराज, जेएनएन।  कोरोना के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर सरकार ने औद्योगिक कंपनियों के संचालन पर भी सख्ती की है। 50 से ज्यादा कामगारों वाली कंपनियों में कोविड-19 हेल्प डेस्क गठित करने के लिए गाइडलाइन जारी की गई है। जिला उद्योग केंद्र की ओर से उद्यमियों को स्पष्ट कहा गया है कि वह कोविड-19 हेल्प डेस्क का गठन करें। जिन इकाइयों में हेल्प डेस्क नहीं बनेगी वह साप्ताहिक बंदियों (शनिवार और रविवार) को खुलने नहीं पाएंगी। अन्य दिनों में भी कंपनियों के संचालन में दिक्कतें हो सकती हैं।

संक्रमण को रोकने की कवायद

उपायुक्त उद्योग अजय कुमार चौरसिया ने बताया कि  50 से ज्यादा कामगारों वाली कंपनियों में कोविड-19 हेल्प डेस्क अनिवार्य की गई है। अन्य इकाइयों को भी कोविड-19 हेल्प डेस्क गठित करने के लिए कहा गया है ताकि संक्रमण का फैलाव न होने पाए। अन्यथा संक्रमण फैलने पर इकाइयों का उत्पादन प्रभावित होगा। बगैर हेल्प डेस्क के गठन के साप्ताहिक बंदियों में इकाइयां बिल्कुल नहीं खुलने पाएंगी। अन्य दिनों में भी उन्हें चलने की इजाजत नहीं दी जाएगी। 

आक्सीमीटर, सैनिटाइजर व मास्क अनिवार्य

कोविड-19 हेल्प डेस्क के तहत कंपनियों में थर्मल स्कैनर, पल्स आक्सीमीटर, सैनिटाइजर, मास्क आदि की व्यवस्था अनिवार्य की गई है। कंपनी के गेट पर यह व्यवस्थाएं कराई जानी हैं, ताकि परिसर में प्रवेश करते समय कामगारों की थर्मल स्कैङ्क्षनग, पल्स की जांच और हाथ को सैनिटाइज किया जा सके। अगर किसी कामगार का तापमान ज्यादा पाया जाता है अथवा उसकी नब्ज तेज चल रही होगी तो उसकी सूचना उद्यमियों को तत्काल स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को देनी होगी। 

42 इकाइयां कार्यरत

बीपीसीएल, आइटीआइ, जेपी सीमेंट, अल्ट्राटेक सीमेंट, डेज मेडिकल, वीके कनेक्टर, दयालोक ट्रांसफार्मर समेत 42 इकाइयां हैं, जिनमें कामगारों की संख्या 50 से ज्यादा है। वहीं, इससे कम कामगारों वाली इकाइयों की संख्या भी लगभग ढाई सौ है।  

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