Communicable Disease नियंत्रण अभियान प्रयागराज में एक मार्च से शुरू होगा, इनकी होगी महत्‍वपूर्ण भूमिका

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रभाकर राय ने बताया कि अभियान की सभी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। इसमें सभी विभागों के माध्यम से समुदाय में जन जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएंगे। अन्य विभागों से भी समन्वय स्थापित किया जा रहा है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 11:36 AM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 11:36 AM (IST)
Communicable Disease नियंत्रण अभियान प्रयागराज में एक मार्च से शुरू होगा, इनकी होगी महत्‍वपूर्ण भूमिका
संचारी रोग नियंत्रण अभियान की प्रयागराज में शुरूआत अगले माह यानी मार्च में होगी।

प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज जनपद में एक मार्च से पूरे माह संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया जाएगा। अभियान के  संचालन में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के साथ ही नगर विकास, पंचायतीराज, पशुपालन, चिकित्सा शिक्षा, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार (आइसीडीएस), शिक्षा, दिव्यांगजन संशक्तिकरण, कृषि एवं सिंचाई विभाग की अहम् भूमिका होगी। 

सीएमओ ने कहा कि अभियान की तैयारी पूरी

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रभाकर राय ने बताया कि अभियान की सभी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। इसमें सभी विभागों के माध्यम से समुदाय में जन जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाएगा। अन्य विभागों से भी समन्वय स्थापित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 10 से 24 मार्च तक दस्तक अभियान चलाया जाएगा। इसमे आशा कार्यकर्ता घर-घर जा कर लोगों को मच्छर जनित रोगों खासकर डेंगू व मलेरिया और उनसे बचाव पर जागरूक करेंगी। साथ ही बताएंगी कि मच्छर किन परिस्थितियों में पनप सकते हैं।  

बाेले, जिला मलेरिया अधिकारी

जिला मलेरिया अधिकारी कौशल प्रसाद द्विवेदी ने बताया कि 20 फरवरी को नोडल अधिकारी संचारी रोग डॉ. अरुण कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में सीएमओ कार्यालय में बैठक आयोजित की गई। इसमें सभी एसीएमओ व कर्मचारियों के साथ संचारी रोग नियंत्रण अभियान के सफल संचालन के लिए सभी विभागों के कार्य एवं दायित्वों पर चर्चा हुई और आगे की रणनीति तय की गई। इसके तहत आशा व आंगनवाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाएंगी।

प्रयागराज में दस्‍तक अभियान 10 मार्च से

जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि 10 से 24  मार्च तक ‘दस्तक अभियान’ चलाया जाएगा। इसके अंतर्गत आशा कार्यकर्ता घर-घर जा कर लोगों को संचारी रोगों पर जागरूक करने के साथ ही बुखार और क्षय रोग के सम्भावित मरीजों की जानकारी जुटाएंगी। टीबी के लक्षण वाले व्यक्ति की सूचना मिलने पर एएनएम के मध्य से जानकारी मुख्यालय पर देंगी। इसके साथ ही आशा कार्यकर्त्ता जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र से छूटे शिशुओं व व्यक्तियों का पंजीकरण करेंगी। कुपोषित बच्चों की सूची, दिमागी बुखार के कारण दिव्यांग हुए व्यक्तियों की सूची भी बनाएंगी। वह टीकाकरण से छूटे बच्चों का चिन्हीकरण भी करेंगी, जिससे सम्पूर्ण टीकाकरण हो सके। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग इस अभियान में नोडल विभाग की भूमिका निभा रहा है। अन्य विभागों से समन्वय स्थापित कर उनका प्रशिक्षण और संवेदीकरण किया जा रहा है।

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