कोरोना को हराने के लिए कालोनी के लोगों ने दिखाई एकजुटता

शहर के धूमनगंज इलाके की न्याय विहार कालोनी। यहां करीब पांच सौ मकान हैं। यह चंद ही लोग अब तक कोरोना से पीड़ित हुए हैं। कोरोना को कालोनी से दूर रखने के लिए न्याय विहार रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन ने कई सार्थक कदम उठाए हैं। एसोसिएशन के अध्यक्ष और हाईकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने खुद सैनिटाइजेशन मशीन खरीदी और प्रतिदिन कालोनी में वे एसोसिएशन के सदस्यों के साथ सैनिटाइज का कार्य करते हैं। साफ-सफाई का विशेष ध्यान दिया जाता है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 07:43 PM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 07:43 PM (IST)
कोरोना को हराने के लिए कालोनी के लोगों ने दिखाई एकजुटता
कोरोना को हराने के लिए कालोनी के लोगों ने दिखाई एकजुटता

जागरण संवाददाता, प्रयागराज : शहर के धूमनगंज इलाके की न्याय विहार कालोनी। यहां करीब पांच सौ मकान हैं। यह चंद ही लोग अब तक कोरोना से पीड़ित हुए हैं। कोरोना को कालोनी से दूर रखने के लिए न्याय विहार रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन ने कई सार्थक कदम उठाए हैं। एसोसिएशन के अध्यक्ष और हाईकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने खुद सैनिटाइजेशन मशीन खरीदी और प्रतिदिन कालोनी में वे एसोसिएशन के सदस्यों के साथ सैनिटाइज का कार्य करते हैं। साफ-सफाई का विशेष ध्यान दिया जाता है।

न्याय विहार कालोनी निवासी धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने करीब तीन वर्ष पहले वाट्सएप ग्रुप बनाकर कालोनी के चंद लोगों को जोड़ा था। ग्रुप का नाम न्याय विहार रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन रखा गया। धर्मेंद्र प्रताप अध्यक्ष और रमेश तिवारी सचिव बने। इसके बाद आदेश शर्मा, अश्वनी सिंह, मुनीश सिंह आदि को जोड़ा गया। पिछले वर्ष कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए तो ग्रुप में कालोनी के कई और लोग जुड़े, लेकिन इधर मार्च के अंतिम सप्ताह में कोरोना संक्रमण की गति देखकर ग्रुप में कालोनी के अधिकाश लोग जुड़ गए। सभी ने ग्रुप में ही कोरोना को हराने का संकल्प लिया। अध्यक्ष धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने खुद के रुपये से सैनिटाइजेशन मशीन खरीदी और फिर एसोसिएशन के सदस्यों के साथ कालोनी को सैनिटाइज करने में जुट गए। जिस घर में कोरोना पीड़ित मिलता, वहां सैनिटाइज किया ही जाता, आसपास के घरों को भी सैनिटाइज करने में पीछे नहीं हटते। ग्रुप पर ही कोरोना से बचाव की जानकारी दी जाती है। सभी अपने-अपने सुझाव भी इस पर देते हैं। कालोनी में किसी प्रकार के सार्वजनिक कार्यक्रम पूरी तरह प्रतिबंधित है। कालोनी में 400 से अधिक पेड़-पौधे

न्याय विहार कालोनी को हरा-भरा करने के लिए कड़ी मशक्कत की। पेड़-पौधों का ऐसा जाल बिछाया कि आज कालोनी हरी-भरी दिखती है। एसोसिएशन के अध्यक्ष का कहना है कि चार सौ से अधिक पेड़ लगाए हैं। संकट की घड़ी में दिखती है एकजुटता

कालोनी में कोई संक्रमित हुआ तो कालोनी के लोग एकजुट हो जाते हैं। हर संभव मदद करते हैं। खाना-पानी, जरूरी दवाएं, ऑक्सीजन तक की व्यवस्था करते हैं। कालोनी के लोग कोरोना जांच कैंप भी लगवा चुके हैं। निजी कर्मी उठाते हैं कालोनी का कूड़ा

कालोनी में बेहतर साफ-सफाई के लिए एसोसिएशन ने प्राइवेट कर्मचारियों को रखा है, जो प्रतिदिन गाड़ी लेकर आते हैं और घर-घर से कूड़ा एकत्र करते हैं। इसके लिए कर्मचारियों को हर माह भुगतान भी किया जाता है।

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