लोकसभा चुनाव में नामांकन के दौरान गठबंधन ने दिखाई एकता

लोकसभा चुनाव में नामांकन के दौरान गठबंधन ने एकजुटता दिखाई। इसकी झलक कलेक्ट्रेट में नामांकन के दौरान दिखी।

By Edited By: Publish:Wed, 24 Apr 2019 07:30 AM (IST) Updated:Wed, 24 Apr 2019 10:36 AM (IST)
लोकसभा चुनाव में नामांकन के दौरान गठबंधन ने दिखाई एकता
लोकसभा चुनाव में नामांकन के दौरान गठबंधन ने दिखाई एकता
प्रयागराज : लोक सभा चुनाव के लिए नामांकन समाप्‍त हो चुका है। अंतिम दिन प्रत्‍याशियों के  नामांकन में गठबंधन में एकता दिखी। लोकसभा चुनाव में सपा, बसपा एवं रालोद गठबंधन अपनी ताकत दिखाने के लिए एकजुट है। इसका नजारा मंगलवार को फूलपुर एवं इलाहाबाद संसदीय क्षेत्र के सपा प्रत्याशियों के नामांकन में नजर आइ्र।
 नामांकन से पहले निकली पदयात्रा में सपा के साथ बसपा व रालोद के नेता भी सक्रिय रहे। नेताओं व कार्यकर्ताओ के लंबे कारवां के साथ फूलपुर प्रत्याशी पंधारी यादव व इलाहाबाद संसदीय क्षेत्र से प्रत्याशी राजेंद्र प्रताप सिंह पटेल कलेक्ट्रेट पहुंचे। सपा प्रत्याशी रोड शो निकालकर नामांकन करना चाहते थे, लेकिन प्रशासन से इसकी अनुमति नहीं मिली। इस पर पदयात्रा निकालकर कलेक्ट्रेट जाने का निर्णय हुआ।
 जार्जटाउन स्थित सपा कार्यालय से पदयात्रा शुरू हुई। तीखी धूप से बेफिक्र सपा, बसपा व रालोद के कार्यकर्ता दोनों प्रत्याशियों को कंधे पर बैठाकर नारेबाजी कर रहे थे। इनके साथ सांसद नागेंद्र सिंह पटेल, विधायक उज्ज्वल रमण व संग्राम यादव, एमएलसी रामवृक्ष यादव, वासुदेव यादव, पूर्व विधायक जोखूलाल, गामा पांडेय, सत्यवीर मुन्ना, विजमा यादव, बसपा जिलाध्यक्ष आरके गौतम, अशोक गौतम, सईद अहमद, रालोद जिलाध्यक्ष रामकृष्ण पटेल, इंद्रबहादुर सिंह आदि नेता शामिल रहे।
 आनंद भवन होते हुए पदयात्रा कलेक्ट्रेट पहुंची। वहां नामांकन करने के बाद पुन: पार्टी कार्यालय आकर सपा जिलाध्यक्ष कृष्णमूर्ति सिंह यादव की अध्यक्षता में बूथ स्तर पर जनसंपर्क का खाका तैयार हुआ।

पुलिस और सपा कार्यकर्ताओं में झड़प
नामांकन के अंतिम दिन मंगलवार को गठबंधन के सपा प्रत्याशियों के समर्थकों और पुलिस के बीच नोकझोक और धक्कामुक्की भी हुई। नामांकन के लिए पहुंचे फूलपुर और इलाहाबाद सीट के प्रत्याशियों के साथ समर्थक भी कलेक्ट्रेट के गेट से अंदर घुसने की कोशिश करने लगे। पुलिस और पीएसी जवान उन्हें हटाने लगे तो वे नारेबाजी करने लगे। तब एसडीएम व सीओ ने उन्हें समझाकर हटाया। पुलिस ने इसकी वीडियोग्राफी भी कराई है।
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