Ganga Cleanliness: हर दूसरे और चौथे रविवार को गंगा घाट पर चलेगा स्वच्छता अभियान

काशी प्रांत संगठन मंत्री अंबरीश ने कहा कि अविरल गंगा निर्मल गंगा का संकल्प अभी लक्ष्य से दूर है। इसके लिए आम जनमानस को जोड़कर कार्य करना होगा। त्योहारी सीजन में यह कार्य और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। नदियों के तट पर बड़ी संख्या में जनमानस जुट रहा है

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 06:40 AM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 06:40 AM (IST)
Ganga Cleanliness: हर दूसरे और चौथे रविवार को गंगा घाट पर चलेगा स्वच्छता अभियान
जागरूकता के लिए गंगा घाटों पर गंगा समग्र की ओर से शुरू की जाएगी आरती

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। गंगा समग्र अपने सभी 15 आयामों की गतिविधि बढ़ाने में जुटा है। इकाइयों के गठन के साथ स्वयंसेवकों को जमीनी स्तर पर कार्य करने के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है। इसके लिए गंगा धाम प्रतिष्ठानपुरी में बैठकों का भी दौर चल रहा है। गंगा की निर्मलता और अविरलता के लिए प्रयास तो दशकों से हो रहा है लेकिन इधर विहिप और गंगा समग्र की ओर से गंगा की स्वच्छता पर खासा जोर दिया जाने लगा है।

गंगा समग्र के सभी आयामों की गतिविधि बढ़ाने पर दिया गया जोर

पिछले दिनों हुई बैठक में काशी प्रांत संगठन मंत्री अंबरीश ने कहा कि अविरल गंगा निर्मल गंगा का संकल्प अभी लक्ष्य से दूर है। इसके लिए आम जनमानस को जोड़कर कार्य करना होगा। त्योहारी सीजन में यह कार्य और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। नदियों के तट पर बड़ी संख्या में जनमानस जुट रहा है। उन्हें जागरूक करने व आचार व्यवहार में आवश्यक बदलाव के लिए प्रेरित करना होगा। तय किया गया कि माह के हर दूसरे और चौथे रविवार को घाट पर स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा। अलग अलग घाटों पर आरती भी शुरू की जाएगी।

मां गंगा की सेवा भावना से लगना होगा

काशी प्रांत सह संयोजक राकेश मिश्र ने भी सभी आयामों की गतिविध बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा, हरिद्वार में मां गंगा ताप नाशिनी हैं, प्रयागराज में मां गंगा पाप नाशिनी। तीर्थराज प्रयाग में डुबकी लगाने मात्र से जन्म जन्मांतर के पापों से मुक्ति मिलती है जब कि काशी में मां गंगा मोक्ष दायिनी हैं। हम सभी को मां गंगा की सेवा भावना से लगना होगा। यहां दुनिया चल के आती है, मां गंगा के पास सिर्फ अपने लिए। हम मां गंगा के पास चल कर जाएंगे मां की सेवा के लिए। गंगा समग्र के प्रयासों से उम्मीद है कि गंगा की अविरलता का लक्ष्य जल्द हासिल होगा और लोगों को स्वच्छ गंगा में डुबकी लगाने का मौका मिलेगा। 

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