Railway News Prayagraj: रोस्टर में फर्जीवाड़ा करने पर सीआइटी निलंबित, जांच अधिकारियों ने कब्जे में लिए दस्तावेज
सीआइटी को निलंबित किए जाने की कार्यवाही की जानकारी होने पर प्रयागराज मंडल समेत आगरा और झांसी मंडल में भी खलबली मची रही। शिकायत कर्ता ने कानपुर आगरा झांसी में रोस्टर पर फर्जी हस्ताक्षर के जरिए किस कर्मचारी की ड्यूटी लगाई गई इसका भी जिक्र किया है।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। रोस्टर के नाम पर फर्जीवाड़ा करने पर (मुख्य टिकट निरीक्षक) सीआइटी रोस्टर को निलंबित कर दिया गया है। मामले की जांच कर रहे प्रयागराज मंडल के अधिकारी प्रयागराज जंक्शन पर पहुंचे। उन्होंने कार्यालय से कुछ दस्तावेज अपने कब्जे में लिए। कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों से पूछताछ करके मामले की जानकारी भी जुटाई। अधिकारी इसकी रिपोर्ट तैयार करके मंडल रेल प्रबंधक को सौंपेंगे। उसके उपरांत आगे की कार्यवाही की जाएगी।
घर बैठे ले रहा था टीटीई वेतन और भत्ते
रोस्टर पर फर्जी हस्ताक्षर कर कई टीटीई के घर बैठे वेतन व भत्ता लेने का मामला सामने आया तो विभाग में खलबली मच गई। सीनियर डीसीएम-2 विपिन कुमार सिंह ने सीआइटी रोस्टर को तत्काल प्रभाव से हटा दिया। अगले दिन मामला और बढ़ा तो बुधवार को सीआइटी रोस्टर सुरेेंद्र कुमार पांडेय को निलंबित कर दिया गया। उनके खिलाफ विभागीय जांच की जा रही है। एसीएम पंकज त्रिपाठी बुधवार को मामले की जांच करने प्रयागराज जंक्शन स्थित सीआइटी लाइन पहुंचे। उनके बाद डिप्टी सीसीएम (जी) और पीसीआइ भी पहुंच गए। अफसरों ने रोस्टर चेक किया और पुराने हस्ताक्षर रजिस्टरों को कब्जे में ले लिया। अधिकारियों ने रोस्टर ड्यूटी में लगे कुछ और अफसर और कर्मियों से पूछताछ की। फर्जी ड्यूटी लगाकर वसूली करने की शिकायत के बाद विजिलेंस की पड़ताल से राजफाश होंगे। शिकायती पत्र के साथ आनलाइन ट्रांजेक्शन का ब्योरा सौंपा गया है। उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी डा. शिवम शर्मा ने बताया कि सीआइटी रोस्टर सुरेंद्र कुमार पांडेय को निलंबित कर दिया गया है। फिलहाल जांच कराई जा रही है और दोषियों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही होगी।
आगरा और झांसी मंडल में भी खलबली
सीआइटी को निलंबित किए जाने की कार्यवाही की जानकारी होने पर प्रयागराज मंडल समेत आगरा और झांसी मंडल में भी खलबली मची रही। शिकायत कर्ता ने कानपुर, आगरा, झांसी में रोस्टर पर फर्जी हस्ताक्षर के जरिए किस कर्मचारी की ड्यूटी लगाई गई, इसका भी जिक्र किया है। इतना ही नहीं बल्कि ट्रेन और रुपये देने का भी विवरण दिया। ऐसे में कानपुर के अलावा झांसी व आगरा में गोपनीय स्तर पर मामले की जांच कराई जा रही है। सूत्रों के अनुसार रोस्टर में फर्जीवाड़ा करके चेहरे टीटीई की कमाऊ ट्रेनों में ड्यूटी लगाई जाती है। इसके अलावा जो टीटीई ईमानदारी से काम करते हैं। उनको परेशानी भी किया जाता है। उनकी ड्यूटी भी इस तरह लगाई जाती है कि उन्हें दिक्कत हो। शिकायत करने पर उनको इसका खामियाजा भी भुगतना पड़ता है।
पीआरओ ने यह बताया
प्राथमिक जांच के आधार पर सीआइटी रोस्टर को निलंबित कर दिया गया है। मामले की विभागीय जांच चल रही है। जांच अधिकारी की ड्यूटी की चेकिंग और हस्ताक्षर को लेकर पूछताछ हो रही है। अधिकारियों की जांच रिपोर्ट के आधार पर मंडल रेल प्रबंधक के निर्देशानुसार आगे की कार्यवाही की जाएगी।
-अमित कुमार सिंह, पीआरओ, प्रयागराज मंडल