प्रयागराज की मिर्च का तीखापन पहुंचा दिल्ली तक, मांग बढ़ी तो किसान हो रहे मालामाल

प्रयागराज में फूलपुर इलाके के किसान आर्थिक समृद्धि के लिए खेती में नवाचार के साथ सब्जियों की खेती पर जोर दे रहे हैं। जागरूक किसान जैव उर्वरकों से सब्जियों का उत्पादन कर रहे हैैं। इन दिनों गंगापार के इलाके में किसान मिर्च की खेती जोरों पर कर रहे हैैं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 23 Oct 2020 02:07 PM (IST) Updated:Fri, 23 Oct 2020 02:07 PM (IST)
प्रयागराज की मिर्च का तीखापन पहुंचा दिल्ली तक, मांग बढ़ी तो किसान हो रहे मालामाल
प्रयागराज के मिर्च की अन्‍य राज्‍यों में भी मांग है।

प्रयागराज, जेएनएन। दिल्ली एनसीआर के लोग इन दिनों प्रयागराज की मिर्च के कायल हो गए हैैं। रोज ही प्रयागराज से कई टन मिर्च दिल्ली के साथ ही राजस्थान की मंडियों में भेजी जा रही है। इसकी खासियत यह है कि इस मिर्च का उत्पादन जैविक खाद से किया जा रहा है जिससे इसमें तीखापन न ज्यादा है और न ही कम। इसीलिए इस मिर्च की मांग बढ़ गई है। इससे किसानों की आमदनी बढ़ रही है। दूसरे शहरों के आढ़ती व सब्जी व्यापारी यहां के किसानों से सीधे मिर्च खरीद रहे हैैं। इसका भुगतान वे पहले ही कर देते हैैं।

प्रयागराज में फूलपुर इलाके के किसान आर्थिक समृद्धि के लिए खेती में नवाचार के साथ सब्जियों की खेती पर जोर दे रहे हैं। जागरूक किसान जैव उर्वरकों से सब्जियों का उत्पादन कर रहे हैैं। इन दिनों गंगापार के फूलपुर, सहसों, सोरांव, प्रतापपुर, धनुपुर इलाके में किसान मिर्च की खेती जोरों पर कर रहे हैैं। दरअसल, कोरोना काल ने कई अवसर भी दिए हैैं। क्षेत्र के किसान पारंपरिक खेती से हटकर व्यावसायिक खेती की ओर बढ़ रहे हैं। इसके चलते उनकी आय में वृद्धि के साथ खेती के नए-नए तरीके भी प्रयोग में ला रहे हैं। इससे उत्पादन पर भी अच्छा प्रभाव दिखाई दे रहा है।

मिर्च की खेती में जुट गए हैैं किसान

क्षेत्र के रुदापुर गांव निवासी मोहन लाल बिंद, विनय यादव, सुरेंद्र यादव मिर्च की खेती में जुट गए हैैं। हालांकि ननुआ, बैगन, लौकी की भी खेती कर रहे हैं। इसी प्रकार सेमरी गांव के किसान नन्हें पटेल, मानिक चंद्र पटेल, हनुमंत सिंह, लालमणि पटेल ने भी कई एकड़ में मिर्च की खेती किया है। उमरी गांव निवासी अभय सिंह, भरौटी गांव रामराज पटेल, बेल्हा गांव निवासी अरुण शुक्ला, मिश्रापुर गांव निवासी शिवबहादुर पाल, खोजापुर गांव निवासी बृजेश मौर्या, शेखपुर उत्तरी गांव निवासी मिश्रीलाल मौर्या भी मिर्च के साथ ही अन्य सब्जी की खेती कर रहे हैैं। इन किसानों की तरह ही इस क्षेत्र के दो हजार से ज्यादा कृषक मिर्च की खेती कर रहे हैैं।

इन स्‍थानों पर प्रयागराज के मिर्च की है मांग

इनकी मिर्च प्रयागराज की स्थानीय मंडी से लेकर मध्य प्रदेश के रीवा, सीधी, शहडोल, सतना, सागर, बुंदेलखंड के हमीरपुर, बांदा, उरई और झांसी तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ, गाजियाबाद तथा सहारनपुर तक भेजी जा रही है। यही नहीं आगरा और इससे सटे राजस्थान के भरतपुर तथा इसके आसपास के जनपदों में भी मिर्च भेजी जा रही है। दिल्ली एनसीआर की मंडियों में तो यहां की मिर्च की खूब डिमांड है। बताते हैैं कि सब्जी व्यापारी फोन पर रोज ही आर्डर कर रहे हैैं। यहां से ट्रकों से मिर्च दिल्ली की मंडियों में भेजी जाती हैै। किसानों का कहना है कि उन्हें मिर्च की खेती से काफी लाभ मिल रहा है। दिल्ली में बैठे व्यापारी एडवांस में ऑनलाइन भुगतान कर रहे हैैं। कई किसान तो अगले साल मिर्च की खेती का रकबा बढ़ाने की भी योजना बना लिए हैैं।

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