बच्चों को शास्त्र के साथ मिलेगी शस्त्र की शिक्षा, प्रयागराज में बोले महंत बलवीर गिरि

महंत नरेंद्र गिरि की मृत्यु के बाद खाली अध्यक्ष पद पर बलवीर गिरि की नियुक्ति का निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया। अध्यक्ष नियुक्त होने पर बलवीर ने कहा कि महाविद्यालय में पढऩे वाले बच्चों को उत्कृष्ट सुविधा दी जाएगी। शास्त्र के साथ उन्हें शस्त्र की शिक्षा में परांगत कराया जाएगा

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 06:48 PM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 06:48 PM (IST)
बच्चों को शास्त्र के साथ मिलेगी शस्त्र की शिक्षा, प्रयागराज में बोले महंत बलवीर गिरि
श्रीमहंत विचारानंद संस्कृत महाविद्यालय कार्यकारिणी की हुई बैठक

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। श्रीमहंत विचारानंद संस्कृत महाविद्यालय की कार्यकारिणी ने महंत बलवीर गिरि को नया अध्यक्ष चुना है। रविवार को श्रीमठ बाघम्बरी गद्दी में कार्यकारिणी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रामनरेश तिवारी ''पिंडीवासा की अध्यक्षता में बैठक हुई। महंत नरेंद्र गिरि की मृत्यु के बाद खाली हुए अध्यक्ष पद पर बलवीर गिरि को नियुक्ति करने का निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया। अध्यक्ष नियुक्त होने पर बलवीर गिरि ने कहा कि महाविद्यालय में पढऩे वाले बच्चों को उत्कृष्ट सुविधा दी जाएगी। शास्त्र के साथ उन्हें शस्त्र की शिक्षा में परांगत कराया जाएगा, जिससे वह सनातन धर्म व संस्कृति की रक्षा हर परिस्थिति में कर सकें।

प्रबंधन अध्यापकों की नियुक्ति कर उसका खर्च उठाएगा

महंत बलवीर गिरि ने इस अवसर पर कहा कि महाविद्यालय में अध्यापकों की कमी है। अगर सरकार भर्ती नहीं करेगी तो प्रबंधन अध्यापकों की नियुक्ति करके उसका खर्च उठाएगा। वहीं, रामनरेश तिवारी ने कहा कि महंत नरेंद्र गिरि ने अपने कार्यकाल में महाविद्यालय का गौरव बढ़ाया है। अध्ययनरत बच्चों को खाने, पीने, पहनने व रहने की जो उत्कृष्ट सुविधा मिलती थी, उसे आगे भी दिया जाएगा। बाघम्बरी गद्दी द्वारा संचालित उक्त महाविद्यालय में मां सरस्वती का मंदिर स्थापित करने का निर्णय हुआ। बैठक में रमेशचंद्र शास्त्री, मान सिंह, रामसुंदर पांडेय आदि मौजूद रहे।

डायोसिस आफ लखनऊ को मिले तीन नए धर्मगुरु

प्रयागराज : मसीही समुदाय के आराध्य यीशु मसीह के जन्मोत्सव को लेकर चर्चों में उत्सव का दौर शुरू हो गया है। रविवार को चर्चों में कैंडल लाइट सर्विस हुई। पादरी में प्रभु यीशु के कृतित्व-व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला, जिसे सुनकर मौजूद चर्च में मौजूद लोग भक्तिभाव से ओतप्रोत हो गए। वहीं, डायोसिस आफ लखनऊ को तीन नए धर्मगुरु मिले। चर्च आफ नार्थ इंडिया की ओर से पत्थर गिरजाघर में डीकन आडिनेशन का आयोजन हुआ। बिशप डा. पीटर बलदेव ने वैसलियनमैथा चर्च लखनऊ के मुकेश मसी, सेंट पीटर चर्च प्रयागराज के प्रमोद दास व क्राइस चर्च ललितपुर के एरिक सुभान का अभिषेक किया। उन्हें कमरबंद (गार्डिल) व लाल रंग पट्टा (स्टोल) पहनाकर अर्ध पादरी की उपाधि प्रदान की। चारों लोग चार साल तक चर्च में रहकर धार्मिक कार्यों में लीन रहे। बेहतर काम करने पर उन्हें अर्ध पादरी की उपाधि प्रदान की गई है। छह महीने से एक साल के बीच में प्रीस्ट आडिनेशन का आयोजन करके पूर्ण पादरी की उपाधि प्रदान की जाएगी। बिशप पीटर बलदेव ने कहा कि प्रभु यीशु मसीह ने मानवता की सेवा करने की सीख दी है। हर दीन-दुखी का दर्द दूर करना हमारा कर्तव्य है। नए धर्मगुरुओं को उसी मिशन को आगे बढ़ाना है। तीनों धर्मगुरुओं ने मानवता की सेवा करने व चर्च आफ नार्थ इंडिया के नियम-निर्देशों का पालन करने की शपथ ली। म्योराबाद चर्च में पादरी प्रवीन मैसी ने कैंडल लाइट सर्विस का आयोजन करके लोगों को प्रभु यीशु मसीह के बताए मार्ग पर चलने की सीख दी।

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