मायानगरी में छाया छोरा गंगा किनारे वाला
जागरण संवाददाता प्रयागराज मायानगरी कही जाने वाली मुंबई में गंगा किनारे का छोरा छा गया है।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज : मायानगरी कही जाने वाली मुंबई में गंगा किनारे का छोरा छा गया है। विश्व के दूसरे सबसे बड़े कोविड हॉस्पिटल में प्रोजेक्ट मैनेजर के पद पर तैनात गंगापार के मऊआइमा के जाम्हा गांव के शोएब सिद्दीकी ने चिकित्सक के निर्देशन में अब तक 10 हजार कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज कर उन्हें घर भेजा है। इसमें दो मरीज प्रयागराज के भी शामिल हैं।
शोएब ने मऊआइमा से प्राथमिक स्तर की शिक्षा हासिल करने के बाद इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय से वर्ष 2005 में बीए किया। इसके बाद कुछ समय तक मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में क्रिकेट भी खेला। फिर यहां से दिल्ली पहुंचकर इवेंट मैनेजमेंट का कोर्स किया। इसके बाद सीधे मुंबई पहुंचे। इस वक्त वह भारत के सबसे बड़े और विश्व के दूसरे बड़े कोविड हॉस्पिटल में प्रोजेक्ट मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं। दैनिक जागरण से बातचीत के दौरान शोएब सिद्दीकी ने बताया कि वह प्रो. आरसी डेडे के निर्देशन में रोजाना 18 घंटे काम करते हैं। उन्होंने बताया कि हॉस्पिटल में जनरल वार्ड में 2000 बेड, आइसीयू में 160, डायलिसिस में 30 और इमरजेंसी में 50 बेड हैं। खास बात तो यह है कि यहां मरीजों को केवल आधार कार्ड के जरिए ही भर्ती किए जाते हैं। ऐसे ही प्रयागराज के दो मरीजों को इलाज भी किया। बेहतर काम के लिए महाराष्ट्र सरकार की ओर से उन्हें सम्मानित भी किया गया है। वह कहते हैं कि यदि सरकार अनुमति देती है तो वह उत्तर प्रदेश और खासतौर पर प्रयागराज के लिए भी बेहतर काम करेंगे।