प्रयागराज में चंपतराय बोले-धन संग्रह अभियान पर आइआइएम के छात्र कर रहे शोध

श्रीराम मंदिर निर्माण के कार्यों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि निधि समर्पण अभियान पर देश ही नहीं पूरी दुनिया की नजर है। इसकी निगरानी दिल्ली से हो रही है। 30 से 35 स्वयंसेवक 50 दिन से इस कार्य में लगे हैं।

By Rajneesh MishraEdited By: Publish:Tue, 23 Feb 2021 09:05 PM (IST) Updated:Tue, 23 Feb 2021 09:05 PM (IST)
प्रयागराज में चंपतराय बोले-धन संग्रह अभियान पर आइआइएम के छात्र कर रहे शोध
चंपत राय विहिप के दो दिवसीय (पूर्वी उत्तर प्रदेश) कार्यकर्ता चिंतन वर्ग के उद्घाटन सत्र में बोल रहे थे।

प्रयागराज,जेएनएन। अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए चलाया गया निधि समर्पण अभियान दुनिया का सब से बड़ा अभियान है। इसके तहत 4 लाख गांव के 11 करोड़ परिवारों से भी अधिक लोगों से संपर्क किया जा रहा है। यह अभियान निश्चित समय के बाद खत्म हो जाएगा लेकिन निधि समर्पण का क्रम जारी रहेगा। यह कहना है श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय का। वह माघ मेला क्षेत्र में विहिप के दो दिवसीय (पूर्वी उत्तर प्रदेश) कार्यकर्ता चिंतन वर्ग के उद्घाटन सत्र में बोल रहे थे। श्रीराम मंदिर निर्माण के कार्यों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि निधि समर्पण अभियान पर देश ही नहीं पूरी दुनिया की नजर है। इसकी निगरानी दिल्ली से हो रही है। 30 से 35 स्वयंसेवक 50 दिन से इस कार्य में लगे हैं। 38000 कार्यकर्ता डिपाजिटर के रूप में सहयोग दे रहे हैं। डेढ़ लाख टोलियां, 8 लाख से अधिक कार्यकर्ता दिन रात काम कर रहे हैं। यह महा अभियान आइआइएम मैनेजमेंट के छात्रों के लिए शोध का विषय बन चुका है। 20 करोड़ से अधिक कूपन और रसीद के जरिए लोग निधि समर्पित कर रहे हैं।

धर्मांतरण पर पूरी रोक लगाने को विहिप प्रतिबद्ध

विश्व हिंदू परिषद के चिंता शिविर में अब तक किए गए कायों के साथ भविष्य में होने वाले कार्यों पर भी मंथन हो रहा है। शिविर के पहले दिन क्षेत्र संगठन मंत्री अंबरीश सिंह ने बताया कि विहिप 57 वर्ष से ङ्क्षहदू हितों की लड़ाई लड़ रहा है। समाज को समरस बनाकर एकता के सूत्र में पिरोने का लक्ष्य रखा गया है। धर्म प्रसार करने और लव जिहाद जैसे मामलों को रोकना हम सब की प्राथमिकता है। धर्मांतरण को पूरी तरह रोका जाएगा। जो लोग घर वापसी करना चाहते हैं, उन्हें फिर से समाज में शामिल भी कराया जा रहा है। गो रक्षा, गंगा रक्षा,  संस्कृति विस्तार व संस्कार के लिए हम सब प्रतिबद्ध हैं। शिविर के दूसरे सत्र में उन्होंने कहा कि प्रांत से लेकर प्रखंड तक संगठन को मजबूत करना हम सब का दायित्व है। कार्यों का भी विकेंद्रीकरण किया जाना चाहिए।

समाजिक कुरीतियों को खत्म करने के लिए एक होना जरूरी

विहिप की तरफ से समाजिक कुरीतियों को खत्म करने के लिए संगठन प्रयासरत है। संगठन मंत्री अंबरीश सिंह ने कहा कि सभी को एकता के सूत्र में बांधना होगा। ऐसा करके ही हम समाजिक बुराइयों को दूर कर पाएंगे। खासकर छुआछूत जैसी अवधारणाओं को तोडऩा होगा। चिंतन शिविर में शंभू नाथ, गुरुप्रसाद, वासुदेव पटेल, मुकेश कुमार, विमल प्रकाश, मधुराम, राजेश, प्रदीप, दिवाकर त्रिपाठी, वीरेंद्र, सुनील सिंह, रामगोपाल, आनंद सिंह, बंसराज पांडेय, अनिल पांडेय, आशुतोष श्रीवास्तव, अमित पाठक, दुर्गेश आदि मौजूद रहे।

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