Chaitra Navratri 2021: मां भगवती के सिद्धिदात्री स्वरूप की स्तुति, मनोकामना की सिद्धि की कामना
Chaitra Navratri 2021 मंदिरों में मइया के सिद्धिदात्री स्वरूप का श्रृंगार करके पूजन चल रहा है। मां अलोपशंकरी मंदिर के पालने को पुष्प व चुनरी से सजाकर अखंड ज्योति के पास मइया के सिद्धिदात्री स्वरूप का पूजन किया गया।
प्रयागराज,जेएनएन। चैत्र शुक्लपक्ष की नवमी तिथि पर मां भगवती के सिद्धिदात्री स्वरूप की स्तुति चल रही है। नवरात्र के नौ दिन व्रत रखने वाले साधक दुर्गा सप्तशती का पाठ करकेदेवी स्वरूप कन्याओं का पूजन कर रहे हैं। मां के नौ स्वरूप की प्रतीक नौ कन्याओं के पांव में महावर लगाकर उनका पूजन करके फल, मिष्ठान खिलाकर आशीर्वाद ले रहे हैं। इसके बाद मंत्रोच्चार के बीच हवन करके मइया से व्रत के दौरान हुई भूलचूक की क्षमायाचना करके समस्त कामनाएं पूर्ण करने की कामना कर रहे हैं।
संक्रमण खत्म होने की कामना से शतचंडी यज्ञ
वहीं, देवी मंदिरों में चल रहे शतचंडी यज्ञ की पूर्णाहुति होगी। अबकी हर देवी मंदिर में कोरोना संक्रमण के खत्म होने की कामना से शतचंडी यज्ञ का आरंभ हुआ था। बुधवार को यज्ञ पूर्ण होने पर मइया से उसके पूर्ण होने का आशीष मांगेंगे।
मां के सिद्धिदात्री स्वरूप का श्रृंगार और पूजन
मंदिरों में मइया के सिद्धिदात्री स्वरूप का श्रृंगार करके पूजन चल रहा है। मां अलोपशंकरी मंदिर के पालने को पुष्प व चुनरी से सजाकर अखंड ज्योति के पास मइया के सिद्धिदात्री स्वरूप का पूजन किया गया। वहीं, मां कल्याणीदेवी मंदिर में विधि-विधान से मइया के सिद्धिदात्री स्वरूप का रत्नजडि़त आभूषणों व पुष्प से श्रृंगार करके आरती उतारी गई। जबकि मां ललिता देवी मंदिर में मइया का रत्नजडि़त आभूषणों से श्रृंगार करके पूजन किया गया। मां खेमा मायी व मां काली बाड़ी मंदिर के पूजारियों ने विधि-विधान से श्रृंगार करके मइया की आरती उतारी। हर देवी मंदिर में दर्शन-पूजन के लिए भक्त पहुंच रहे हैं। हर भक्त कोविड-19 नियम का पालन करते हुए दर्शन करके मंदिर से बाहर निकल रहा है।