Chaitra Navratri 2021: प्रयागराज में मां अलोपशंकरी के दरबार में लगा है शुक्रवार का विशाल मेला, आप भी आइए

Chaitra Navratri 2021 अलोपशंकरी मइया के पालने का दर्शन-पूजन करने के लिए दूर-दूर से भक्त आएं हैं। मां के दरबार में मुंडन नामकरण व कण छेदन का संस्कार दिनभर चलेगा। मान्यता है कि मां अलोपशंकरी के दरबार में यह संस्कार कराने से मइया की विशेष कृपा भक्तों पर बरसती है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 16 Apr 2021 02:13 PM (IST) Updated:Fri, 16 Apr 2021 02:13 PM (IST)
Chaitra Navratri 2021: प्रयागराज में मां अलोपशंकरी के दरबार में लगा है शुक्रवार का विशाल मेला, आप भी आइए
चैत्र नवरात्र में मां अलोपशंकरी मंदिर में मां की आराधना को भक्‍त जुटे हैं।

प्रयागराज, जेएनएन। संयम, संस्कार व समृद्धि प्राप्ति का पर्व चैत्र नवरात्र में चहुंओर भक्तिमय माहौल है। सनातन धर्मावलंबी मइया की भक्ति में लीन हैं। दुर्गा सप्तशती का पाठ करके भजन-कीर्तन के जरिए मइया की महिमा का बखान कर रहे हैं। नवरात्र के चौथे दिन मां के कूष्मांडा स्वरूप की स्तुति हो रही है। शुक्रवार का दिन होने के कारण मां अलोपशंकरी के दरबार में मेला लगा है।

मां के पालने के पूजन को जुटे भक्‍त

अलोपशंकरी मइया के पालने का दर्शन-पूजन करने के लिए दूर-दूर से भक्त आएं हैं। मां के दरबार में मुंडन, नामकरण व कण छेदन का संस्कार दिनभर चलेगा। मान्यता है कि मां अलोपशंकरी के दरबार में यह संस्कार कराने से मइया की विशेष कृपा भक्तों के ऊपर बरसती है।

मां खेमा को अर्पित कर रहे नारियल, चुनरी

रानीमंडी स्थित मां खेमा के दरबार में भक्त दर्शन-पूजन के लिए पहुंच रहे हैं। मइया को नारियल, चुनरी व माला अॢपत करके परिक्रमा करके उनसे मनोवांछित फल प्राप्ति की कामना कर रहे हैं। मां कल्याणी देवी मंदिर में भक्त अनुशासित भाव से पहुंचे हैं। मां के दरबार में मत्था टेककर नारियल, चुनरी व पुष्प अर्पित करके पूजन किया जा रहा है। दर्शन-पूजन का सिलसिला शाम तक चलेगा। शाम को  महामंत्री श्याम जी पाठक आरती करके मंदिर का पट बंद करेेंगे।

मां ललिता देवी का रत्नजडि़त आभूषणों से कूष्मांडा स्वरूप का श्रृंगार करके पूजन किया गया। शाम को मइया की महाआरती उतारी जाएगी। मां कालीबाड़ी में व्रती महिलाएं पूजन करने पहुंच रही हैं। मइया का पूजन करके उनसे शारीरिक, मानसिक, आर्थिक व भौतिक कष्टों से मुक्ति पाने की कामना कर रही हैं।

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अनुशासित हैं भक्त

देवी मंदिरों में भक्त अनुशासित भाव से पहुंच रहे हैं। महिलाएं व पुरुष मास्क लगाकर मंदिर के अंदर दो गज की दूरी मानक का पालन कर रहे हैं।

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