CGST विभाग इलाहाबाद से 14 जिलों के करदाताओं को मिल रहा लाभ, आप भी जानें कैसे हो रहा संभव

सीजीएसटी विभाग इलाहाबाद पूरी तरह से ई-ऑफिस में परिवर्तित हो चुका है। इस दफ्तर का आइटी आधारित पूरा प्लेटफार्म एनआइसी के माध्यम से नेशनल इंफार्मेटिक सेंटर द्वारा तैयार किया गया है। इससे ऑफिस भी पेपरलेस हो गया। कोरोना वायरस संक्रमण काल में करदाताओं को इससे फायदा मिल रहा है।

By Rajneesh MishraEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 05:20 PM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 05:20 PM (IST)
CGST विभाग इलाहाबाद से 14 जिलों के करदाताओं को मिल रहा लाभ, आप भी जानें कैसे हो रहा संभव
केंद्रीय वस्तु एवं सेवाकर (सीजीएसटी) विभाग के ई-ऑफिस में तब्दील होने से कोरोना काल में व्‍यापारियों को सुविधा मिली है।

प्रयागराज, जेएनएन। केंद्रीय वस्तु एवं सेवाकर (सीजीएसटी) विभाग के ई-ऑफिस में तब्दील होने का फायदा इस कोरोना काल में व्यापारियों को मिल रहा है। जीएसटी से संबंधित उनका हर काम घर बैठे हो रहा है। पंजीकरण और टैक्स जमा करने की प्रक्रिया तो ऑनलाइन है ही, केसों की सुनवाई के लिए भी करदाताओं को दफ्तर में व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने की जरूरत नहीं है। इंफार्मेशन टेक्नोलॉजी (आइटी) आधारित सुनवाई भी होती है।

सीजीएसटी विभाग ई-ऑफिस में परिर्वितत

सीजीएसटी विभाग इलाहाबाद पूरी तरह से ई-ऑफिस में परिवर्तित हो चुका है। इस दफ्तर का आइटी आधारित पूरा प्लेटफार्म एनआइसी के माध्यम से नेशनल इंफार्मेटिक सेंटर द्वारा तैयार किया गया है। इससे ऑफिस भी पेपरलेस हो गया। वहीं, शुरुआती दिक्कतों के साथ अब अधिकारी और कर्मचारी भी पूरी तरह से आइटी बेस्ड वर्क करने लगे हैं। इससे करदाताओं की सभी जरूरतें घर बैठे पूरी किए जाने के दावे किए जा रहे हैं।

ज्‍वाइंट कमिश्‍नर बोले- केसों की सुनवाई भी आइटी आधारित हो रही है

ज्वाइंट कमिश्नर गौरव चंदेल का कहना है कि विभाग ट्विटर पर भी है। केसों आदि की सुनवाई भी आइटी आधारित हो रही है। इससे करदाताओं को व्यक्तिगत रूप से दफ्तर आने की जरूरत नहीं है। इसका लाभ इलाहाबाद कमिश्नरेट के तहत आने वाले पांचों डिवीजनों फैजाबाद, रायबरेली, जौनपुर, इलाहाबाद एक और दो के 14 जिलों के करदाताओं को मिल रहा है।

आधार आधारित पंजीयन भी सात दिन में

ज्वाइंट कमिश्नर के मुताबिक दफ्तर पिछले साल जुलाई में ई-ऑफिस में तब्दील हो गया था। शुरुआती दिक्कतों के साथ अब पूरी तरह आइटी मोड पर काम हो रहा है। आधार आधारित पंजीयन सात दिन में दिए जा रहे हैं। कागजातों के सही होने पर हर तरह के जीएसटी रजिस्ट्रेशन समयबद्ध तरीके से निस्तारित किए जा रहे हैं। करदाताओं की मदद के लिए हेल्प डेस्क भी बना है।

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