महंत के शिष्यों, सेवादारों की लिखावट का सैंपल लिया

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मृत्यु के मामले में सीबीआइ अब सेवादारों व अन्य लोगों की हैंडराइटिंग का सैंपल ले रही है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 11 Oct 2021 01:06 AM (IST) Updated:Mon, 11 Oct 2021 01:06 AM (IST)
महंत के शिष्यों, सेवादारों की लिखावट का सैंपल लिया
महंत के शिष्यों, सेवादारों की लिखावट का सैंपल लिया

जागरण संवाददाता, प्रयागराज : अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मृत्यु की जांच कर रही केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) की टीम रविवार को फिर श्री मठ बाघम्बरी गद्दी पहुंची। यहां उसने महंत के खास शिष्यों और सेवादारों की लिखावट का सैंपल लिया। इसका महंत के सुसाइड नोट से मिलान कराया जाएगा। साथ ही जांच के लिए इसे फोरेंसिक लैब भेजा जाएगा।

सूत्रों का कहना है कि हैंड राइटिग एक्सपर्ट ने जांच एजेंसी को बताया है कि कमरे से मिला सुसाइड नोट नरेंद्र गिरि ने ही लिखा है। दूसरे अभिलेख, कागजात में उनके हस्ताक्षर का मिलान करने पर ऐसा ही मिला है। सीबीआइ इस बारे में आश्वस्त होना चाहती है कि कहीं महंत की तरह कोई नकल कर तो ऐसा नहीं लिख सकता। दोपहर सीबीआइ की टीम अल्लापुर स्थित मठ पहुंची। इसके बाद एक कमरे में नाम लेकर महंत के बेहद करीबी रहे शिष्यों और सेवादारों को बुलवाया गया। उनसे काले और नीले रंग की कलम से सफेद कागज पर अलग-अलग बातें लिखवाई गईं। इस नमूने को हैंड राइटिग एक्सपर्ट से जांच कराने के बाद फोरेंसिक लैब भी भेजा जाएगा। मठ में छानबीन का क्रम चला।

पुलिसकर्मियों से पूछताछ संभव

सीबीआइ कुछ पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों से भी पूछताछ करने की तैयारी कर रही है। महंत की संदिग्ध दशा में मृत्यु की सूचना मिलने के बाद सबसे पहले वहां कौन अधिकारी, पुलिसकर्मी पहुंचा? उसने क्या-क्या देखा और फिर कदम उठाया गया? इसकी विस्तृत जानकारी जांच एजेंसी के अफसर जुटाएंगे। पुलिस की विशेष जांच दल (एसआइटी) में शामिल रहे अधिकारियों, सिपाहियों का भी बयान दर्ज किया जाएगा। हालांकि जांच हाथ में लेते ही सीबीआइ ने अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों तक से पूछताछ की थी, मगर फिर यह क्रम दोहराया जाएगा।

जेल में मिलने वालों पर भी नजर

महंत को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में नैनी सेट्रल जेल में बंद आनंद गिरि, आद्या प्रसाद तिवारी, उसके बेटे संदीप तिवारी से कौन-कौन मिलने के लिए जा रहा है, इस पर भी सीबीआइ की नजर है। इसके लिए जांच एजेंसी जेल प्रशासन के संपर्क में है और तीनों की हर गतिविधियों की जानकारी जुटा रही है।

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