महंत नरेंद्र गिरि केस में अरैल पहुंची CBI, पुजारी आद्या तिवारी के मोहल्ले में छानबीन

रविवार को अभियुक्त आनंद गिरि आद्या प्रसाद तिवारी और उसके बेटे संदीप तिवारी से पूछताछ के दौरान कुछ ऐसी जानकारी मिली जिसे क्रास चेक करने के लिए सीबीआइ की एक टीम अरैल पहुंचकर छानबीन की। स्थानीय लोगों से आद्या व उसके बेटे के संबंध में जानकारी जुटाई।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Mon, 04 Oct 2021 06:40 AM (IST) Updated:Mon, 04 Oct 2021 06:40 AM (IST)
महंत नरेंद्र गिरि केस में अरैल पहुंची CBI, पुजारी आद्या तिवारी के मोहल्ले में छानबीन
फोरेंसिक रिपोर्ट का भी इंतजार कर रही टीम, रविवार को भी आनंद समेत अन्य से पूछताछ

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मृत्यु की जांच में जुटी केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) की एक टीम रविवार दोपहर बाद अरैल पहुंची। यहां अभियुक्त आद्या प्रसाद तिवारी के मकान के आसपास और मोहल्ले में रहने वाले लोगों से जानकारी जुटाई। कुछ स्थानीय लोगों से पूछा गया कि आद्या के घर में किस-किस तरह के लोग आते थे। मकान कब और लगभग कितने में बनवाया अथवा खरीदा गया है। मठ, मंदिर से जुड़े लोग कब-कब आते थे। करीब आधे घंटे तक गोपनीय ढंग से छानबीन के बाद सीबीआइ टीम वापस लौट आई। इसके बाद पुलिस लाइन में आनंद गिरि समेत अन्य आरोपितों से पूछताछ शुरू की। सीबीआइ ने श्री मठ बाघम्बरी गद्दी भी जाकर घटना की बाबत कुछ और सवाल-जवाब  किए। 

सीबीआइ को है फोरेंसिंक जांच रिपोर्ट का इंतजार

उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि सीबीआइ को फोरेंसिक रिपोर्ट का भी इंतजार है। श्रीमठ बाघम्बरी गद्दी के जिस प्रतीक्षा कक्ष में महंत की संदिग्ध दशा में मृत्यु हुई थी, वहां से पुलिस ने 12 पेज का एक सुसाइड नोट भी बरामद किया था। उस सुसाइड नोट के अलावा चाकू, रस्सी, महंत का मोबाइल समेत कई अन्य साक्ष्य संकलित किए गए थे, जिसे जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजा गया है। बताया जाता है कि सीबीआइ की टीम उस कक्ष में सीन री-क्रिएशन करके घटना को पूरी तरह से समझ चुकी है। वैज्ञानिक साक्ष्यों का अध्ययन करते हुए बयानों का भी मिलान कराया जा चुका है। ऐसे में अब फोरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार हो रहा है ताकि उसके आधार पर विवेचना को आगे बढ़ाया जा सके।

तथ्यों को क्रास चेक करने के लिए अरैल गई थी टीम

उधर, रविवार को अभियुक्त आनंद गिरि, आद्या प्रसाद तिवारी और उसके बेटे संदीप तिवारी से पूछताछ के दौरान कुछ ऐसी जानकारी मिली, जिसे क्रास चेक करने के लिए सीबीआइ की एक टीम अरैल पहुंचकर छानबीन की। स्थानीय लोगों से आद्या व उसके बेटे के संबंध में जानकारी जुटाई। नैनी थाना क्षेत्र के उत्तरी लोक रामपुर मोहल्ले में आद्या का करोड़ों रुपये का मकान है। मगर घटना के बाद से वहां ताला बंद है। सीबीआइ टीम के वहां से जाने के बाद स्थानीय लोगों में पूछताछ को लेकर काफी देर तक चर्चा होती रही। पिछले 20 सितंबर को महंत की संदिग्ध दशा में मृत्यु हुई थी। छह दिनों से तीनों आरोपितों को सीबीआइ अपनी कस्टडी में लेकर पूछताछ कर रही है, लेकिन अभी तक किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच सकी है। सोमवार शाम चार बजे अभियुक्तों की कस्टडी रिमांड समाप्त हो रही है। ऐसे में इससे पहले जांच एजेंसी सभी राज उगलवाने की कोशिश करेगी।

chat bot
आपका साथी