यूपी के कैबिनेट मंत्री नंदी ने सपा मुखिया अखिलेश को दी सीख, कहा- कुछ भी कहने से पहले गिरेबान में झांक लें

उत्‍तर प्रदेश में विधान सभा चुनाव निकट है ऐसे में आरोप-प्रत्‍यारोपों का सिलसिला राजनीतिक दलों की ओर से जारी है। सत्‍ता और विपक्ष की जुबानी जंग हो रही है। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर सवाल खड़ा किया तो भाजपा के मंत्री ने जवाब दिया।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 07:43 AM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 07:43 AM (IST)
यूपी के कैबिनेट मंत्री नंदी ने सपा मुखिया अखिलेश को दी सीख, कहा- कुछ भी कहने से पहले गिरेबान में झांक लें
सपा प्रमुख अखिलेश यादव के सवाल का जवाब यूपी के कैबिनेट मंत्री नंदी ने दिया।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। आगामी विधान सभा के चुनावी समर में सत्ता और विपक्ष के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। खासकर सपा की हर टिप्पणी का जवाब भाजपा के मंत्री, पदाधिकारी दे रहे हैं। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने ट्वीट किया कि अपने पिछले 4.5 साल के कार्यों पर विपक्ष से सवाल करने वाले भाजपाई पहले ये तो बताएं कि उत्तर प्रदेश में भाजपा के राज से पहले रात में दुष्‍कर्म की पीड़िता का शव जलाने, श्मशान व महामारी में घोटाले, गोरखपुर में इतने अधिक बच्चे मरने, किसानों पर जीप चढ़ाने और चंदा चोरी की घटना क्यों नहीं हुई।

सपा मुखिया के सवाल पर मंत्री नंदी ने दिया यह जवाब

सपा मुखिया के इस सवाल पर यूपी के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्त नंदी ने प्रयागराज प्रवास के दौरान टिप्पणी की। कहा कि सपा का एक दुष्‍कर्म का आरोपित मंत्री जेल में है। अपनी सरकार में रामपुर वाले मंत्री गरीबों की जमीनों पर कब्जा करने के अपराध में जेल में हैं। उनके दुलारे बेटे ने जाली दस्तावेज के आधार पर प्रदेश के सर्वोच्च सदन और जनता को गुमराह किया और उसकी विधायकी रद की गई। इसी बात को कैबिनेट मंत्री ने ट्वीट भी किया है। यह भी लिखा है कि यही दुष्‍कर्मी, धोखेबाज और जालसाज आपके नवरत्न थे। कुछ भी कहने से पहले गिरेबान में झांक लिया करिए।

स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बना रही भाजपा : मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह

नौ मेडिकल कालेजों की स्थापना पर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने खुशी जताई है। प्रयागराज प्रवास के दौरान उन्होंने कहा कि इससे स्वास्थ्य सेवाएं मजूबत होंगी। भाजपा का लक्ष्य है कि लोगों को उनके पास ही अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं मिलें। नौ मेडिकल कालेजों की स्थापना इसी दिशा में बड़ा कदम है। मेडिकल कालेजों की स्थापना से जहां डाक्टराें की कमी को पूरा करने में मदद मिलेगी वहीं लोगों को अच्छा और सस्ता इलाज भी मिल पाएगा।

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