Business News: गारमेंट्स का कारोबार पकड़ रहा रफ्तार, दीपावली पर कारोबारियों को अच्छी सेल की उम्मीद

गारमेंट्स के चाहे ब्रांडेड शोरूम हों अथवा सामान्य दुकानें। उनमें तीन-चार सौ रुपये से लेकर 70-80 हजार रुपये तक के सामान्य और डिजाइनर कलेक्शन उपलब्ध हैं। गारमेंट्स कारोबारियों द्वारा ग्राहकों को लुभाने के लिए तरह-तरह के आफर भी दिए जा रहे हैं।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 07:36 AM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 07:36 AM (IST)
Business News: गारमेंट्स का कारोबार पकड़ रहा रफ्तार, दीपावली पर कारोबारियों को अच्छी सेल की उम्मीद
धनतेरस और दीपावली तक इस सेक्टर में बूम के हैं आसार

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। एक सप्ताह बाद धनतेरस और दीपावली का पर्व। उसके बाद ठंड के साथ सहालग की शुरुआत। इसके मद्देनजर गारमेंट्स कारोबारियों ने पूरी तैयारी कर ली है। कपड़ों से दुकानें और गोदाम फुल हैं। धीरे-धीरे गारमेंट्स का कारोबार रफ्तार पकड़ने लगा है। बाजार का जिस तरह माहौल बन रहा है, उससे त्योहार तक इस सेक्टर के कारोबार में बूम आने के आसार हैं। ज्यादातर लोग रेडीमेड कपड़े ही खरीदते हैं। लिहाजा, दीपावली से दो-तीन दिनों पहले बाजार के चढ़ने की पूरी संभावना है। बाजार के चढ़ने पर सहालग तक उसी तरह बने रहने की उम्मीद है।

तीन सौ से लेकर 80 हजार तक के कलेक्शन

गारमेंट्स के चाहे ब्रांडेड शोरूम हों अथवा सामान्य दुकानें। उनमें तीन-चार सौ रुपये से लेकर 70-80 हजार रुपये तक के सामान्य और डिजाइनर कलेक्शन उपलब्ध हैं। गारमेंट्स कारोबारियों द्वारा ग्राहकों को लुभाने के लिए तरह-तरह के आफर भी दिए जा रहे हैं। लिहाजा, ग्राहकों ने मौके का फायदा उठाते हुए खरीददारी शुरू कर दी है। कोरोना के कारण दो साल त्याेहारों में कारोबार प्रभावित रहा लेकिन, इस बार कोरोना का खौफ न होने के कारण खरीदारी के प्रति ग्राहकों के उत्साह के मद्देनजर करीब 25 से 30 फीसद की वृद्धि (ग्रोथ) कारोबारियों द्वारा अभी ही महसूस की जा रही है। त्योहार तक ग्रोथ बढ़कर 40-50 फीसद तक भी पहुंच सकती है।

किस तरह की साड़ियां और कपड़ों की ज्यादा मांग

हैंडलूम की साड़ियों का क्रेज महिलाओं में ज्यादा है। इन साड़ियों की खासियत शुद्ध धागे की बनी होना है। हैंडलूम की साड़ियां वाराणसी, बंगाल और दक्षिण भारत में बनती हैं। कारोबारी इन साड़ियों को वहीं से मंगवाते हैं। इनकी शुरुआत दो हजार रुपये से है। त्योहार के मद्देनजर पैजामा-कुर्ता और वेस्टर्न ड्रेसेज लोग ज्यादा पसंद कर रहे हैं। वहीं, सहालग के दृष्टिगत सूट, ब्राइडर लहंगे, शेरवानी आदि की मांग अधिक है। सूट, ब्राइडर लहंगे और शेरवानी 10 हजार से लेकर 80 हजार रुपये तक में उपलब्ध हैं।

धनतेरस तक चढे़गा बाजार

साड़ियों के कारोबार में पिछले दो सालों की तुलना में बहुत सुधार है। धनतेरस तक बाजार के चढ़ने के पूरे आसार हैं। सिंथेटिक साड़ियां 12 महीने बिकती हैं लेकिन, त्याेहार और सहालग के कारण हैंडलूम साड़ियों का अधिक क्रेज है।

उमंग ग्रोवर, प्रोपराइटर उमंग साड़ीज।

कारोबार में करीब 20 से 25 फीसद की ग्रोथ है। लोगों के दिमाग में कोरोना बिल्कुल नहीं है। खुलकर खरीदारी कर रहे हैं। सूट, ब्राइडर लहंगे, शेरवानी आदि की मांग अधिक है।

अवनीश सचदेव, व्यापारी

- साड़ियों की बिक्री में लगभग 25-30 फीसद की वृद्धि है। लहंगे की मांग हर वर्ग में है। 25 से लेकर 60-70 हजार तक के लहंगे हैं। डिजाइनर साड़ियों का ज्यादा क्रेज है।

मनोज कुमार गुप्ता, व्यापारी

- बाजार में फिलहाल स्थिरता नहीं है। उतार-चढ़ाव बहुत है। कभी अच्छा तो कभी मंदा जा रहा है। त्योहार तक हो सकता है बाजार चढ़ जाए।

ऋषभ अग्रवाल, व्यापारी

chat bot
आपका साथी