प्रयागराज में बालिका की नृशंस हत्या, कातिलों ने चेहरे को तेजाब से जलाया, बाग में मिला शव
मऊआइमा के बेनी हाशिमपुर गांव स्थित नाहीहाल में सात वर्षीय आरती रह रही थी। वह कल्याणपुर के रहने वाले श्रीराम की पुत्री है। अपने नाना के घर पिछले 6 माह से वह रह रही थी। आरती ननिहाल से अचानक मंगलवार को गायब हो गई थी। उसकी हत्या हुई है।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज में अपराध कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है। अधिकांश नृशंस हत्या या सामूहिक हत्याकांड गंगापार इलाके में ही हो रहा है। अब गंगापार के ही मऊआइमा थाना क्षेत्र में बालिका की हत्या कर दी गई। उसका शव बाग में फेंका गया था। कातिलों ने मानवता को तार-तार करते हुए वारदात को अंजाम दिया। बालिका के चेहरे को तेजाब से जला दिया, जिससे उसकी पहचान न हो सके। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस जांच-पड़ताल कर रही है।
मऊआइमा में मंगलवार से लापता थी बालिका
मऊआइमा के बेनी हाशिमपुर गांव स्थित नाहीहाल में सात वर्षीय आरती रह रही थी। वह कल्याणपुर के रहने वाले श्रीराम की पुत्री है। अपने नाना प्रेमचंद मुसहर के घर पिछले 6 माह से वह रह रही थी। आरती ननिहाल से अचानक मंगलवार को गायब हो गई थी। काफी खोजबीन के बाद भी उसका कुछ पता नहीं चल सका था।
बाग की झाडि़यों में मिला शव
रविवार को प्रेमचंद मुसहर के घर से कुछ दूर स्थित बाग में झडि़यों में एक बालिका का शव ग्रामीणों ने देखा। उसका चेहरा बुरी तरह से झुलसा था, जिससे उसकी तुरंत ग्रामीण पहचान नहीं कर सके। कुछ ही देर में वहां भीड़ जुट गई। सूचना पुलिस को भी दी गई। कुछ ही देर में पुलिस वहां पहुंची और बाग की झाडि़यों में से शव बाहर निकलवाया।
पुलिस अधिकारी व डाग स्क्वायड ने की जांच-पड़ताल
इसी बीच शव मिलने की सूचना पाकर आरती के ननिहाल के लोग भी पहुंच गए। उन्होंने बालिका की पहचान आरती के रूप में की। हत्यारों ने उसके चेहरे पर तेजाब डालकर नष्ट कर दिया था। कुछ ही देर में वहां पुलिस अधिकारियों के साथ ही डाग स्क्वायड भी पहुंच गया। पुलिस अफसरों ने आरती के परिवार के लोगों व ग्रामीणों से पूछताछ की। वहीं डाग स्क्वायड ने भी छानबीन की। आरती की हत्या क्यों और किसने की, पुलिस अभी इसकी तह में नहीं पहुंच पाई है। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद राज खुल सकता है।