खून की जरूरत पड़ी तो पूरा करेंगी ब्लड स्टोरेज यूनिट, प्रतापगढ़ में तीन सीएचसी में स्थापना का प्रस्ताव
कुंडा लालगंज पट्टी सीएचसी रेफरल श्रेणी की हैं। ऐसे में वहां ब्लड स्टोरेज यूनिट की स्थापना करने का अनुरोध किया गया था। इस प्रस्ताव पर शासन की मुहर लग गई है। इस बारे में सीएमओ डा. एके श्रीवास्तव का कहना है कि यह सुविधा मरीजों की जान बचाने वाली है।
प्रतापगढ़, राज नारायण शुक्ल राजन। यह बड़ी राहत की खबर है। खून की जरूरत पड़ने पर अब लोगों को ज्यादा परेशान नहीं होना पड़ेगा। मरीजों को ग्रामीण क्षेत्र में भी खून उपलब्ध हो सकेगा। उनको जिला मुख्यालय पर भटकना नहीं पड़ेगा। इसके लिए ब्लड स्टोरेज यूनिट की व्यवस्था स्वास्थ्य विभाग कर रहा है।
एक ही ब्लड बैंक पर है भारी दबाव
मौजूदा समय में प्रतापगढ़ में केवल एक ही ब्लड बैंक है। यह मेडिकल कालेज के पुरुष अस्पताल में है। यहां पर खून की भारी डिमांड रहती है। महिला अस्पताल, पुरुष अस्पताल के मरीजों को खून दिया जाता है। कुंडा, पट्टी व लालगंज के साथ रानीगंज क्षेत्र के मरीजों को जरूरत पर खून नहीं मिल पाता था। वहां पर भर्ती मरीजों को अगर खून मिलता भी है तो इतनी देर हो जाती है कि कई बार मरीज की जान का खतरा बढ़ जाता था। इस समस्या को देखते हुए विभाग ने पहल की। कुछ तहसीलों में ब्लड स्टोरेज यूनिट खोले जाने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा। करीब एक साल तक इस पर शासन से पत्राचार करने के बाद अब बात बनी है। कुंडा, लालगंज, पट्टी सीएचसी रेफरल श्रेणी की हैं। ऐसे में बीएसयू यानी ब्लड स्टोरेज यूनिट की स्थापना यहां पर करने का अनुरोध किया गया था। इस प्रस्ताव पर शासन की मुहर लग गई है। यह जिले के लिए एक बड़ी सुविधा होगी। इस बारे में सीएमओ डा. एके श्रीवास्तव का कहना है कि यह सुविधा मरीजों की जान बचाने वाली है। जल्दी ही इस पर अमल होगा।
क्षमता होगी 15 यूनिट
हर बीएसयू की क्षमता 15 यूनिट की होगी। इसमें ब्लड बैंक से लाकर खून रखा रहेगा। चिकित्सक की सलाह पर मरीज को नियमानुसार दिया जाएगा। यहां भी खून पाने के वही नियम होंगे, जो ब्लड बैंक के हैं।
सबसे पहले कुंडा
जिले के आखिरी छोर पर होने के नाते सबसे पहले कुंडा सीएचसी को सुविधा मिलेगी। यह काम लगभग हो गया है। बाकी के लिए लाइसेंस पर काम चल रहा है। जल्दी ही वहां भी यह यूनिट शुरू हो जाएगी।