दूसरे ग्रुप का ब्लड चढ़ाते ही बुजुर्ग की हो गई मौत, कौन है जिम्मेदार Prayagraj News
ब्लड बैंक से मिले रक्त की थैली पर ओ पॉजीटिव ही लिखा था। मगर परिवार के लोगों ने अपने संपर्क के जरिए दूसरे ब्लड बैंक में जांच कराई तो पता चला कि उसमें बी पॉजीटिव रक्त दिया गया था।
प्रयागराज, जेएनएन । मोतीलाल नेहरू मंडलीय अस्पताल यानी कॉल्विन के ब्लड बैंक की लापरवाही ने एक बुजुर्ग मरीज की जान ले ली। आरोप है कि ब्लड बैंक से गलत ग्र्रुप का रक्त दिया गया था, जिसे चढ़ाते ही मरीज को दिल का दौरा पड़ा और उनकी सांस थम गई। गम में डूबे परिवार के लोग चाहते हैं कि आपराधिक लापरवाही की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाए।
ओ पॉजीटिव की जगह दिया गया बी पॉजीटिव रक्त
प्रयाग रेलवे स्टेशन के निकट रामप्रिया रोड निवासी बुजुर्ग लालता प्रसाद ओझा को गंभीर बीमारी की वजह से 20 अक्तूबर को एलनगंज के एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था। 21 अक्तूबर को डॉक्टरों ने उनके लिए एक यूनिट ओ पॉजीटिव रक्त की जरूरत बताई। एक करीबी से ब्लड डोनेट कराकर कॉल्विन स्थित ब्लड बैंक से एक यूनिट ओ पॉजीटिव रक्त प्राप्त किया गया। उस रक्त को निजी हॉस्पिटल में भर्ती लालता प्रसाद को चढ़ाना शुरू करते ही उन्हें दिल का दौरा पड़ा। उन्हें फौरन ट्रामा सेंटर रेफर किया गया लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। परिवार के लोगों के साथ डॉक्टर भी आकस्मिक हृदयाघात से सन्न रह गए।
खून चढ़ाते ही होने लगी क्लाटिंग, दिल का दौरा पड़ा
डॉक्टरों के अनुसार, खून चढ़ाते ही क्लाटिंग होने से दिल का दौरा पड़ा था। ब्लड बैंक से मिले रक्त की थैली पर ओ पॉजीटिव ही लिखा था। मगर परिवार के लोगों ने अपने संपर्क के जरिए दूसरे ब्लड बैंक में जांच कराई तो पता चला कि उसमें बी पॉजीटिव रक्त दिया गया था। निजी अस्पताल के चिकित्सक ने भी ब्लड बैंक को पत्र भेजा है। मंगलवार को हरीश ने डीएम और एसएसपी कार्यालय में प्रार्थनापत्र देकर जांच और कार्रवाई का आग्र्रह किया। शाहगंज थाने में ब्लड बैंककर्मियों के खिलाफ मुकदमा लिखाने की बात कही है ताकि उन्हें न्याय मिल सके। वह एसआइसी से भी मिलने जाएंगे।
एसआइसी बोले अभी तक नहीं मिली शिकायत
मोतीलाल नेहरू मंडलीय अस्पताल के एसआइसी डॉ.वीके सिंह का कहना है कि पीडि़त ने मुझसे शिकायत नहीं की है। आमतौर पर ऐसा होता नहीं है। फिर भी उनका यह आरोप है तो वे मुझसे मिलकर पूरा विवरण दें। तथ्यों के आधार पर कार्रवाई होगी।