प्रयागराज के रेलवे अधिकारी से ब्लैकमेलिंग, YouTuber शख्स वायरल कर रहा फोटो और मैसेज

ब्लैकमेल करने का आरोप कौशांबी के एक यू ट्यूबर पर है। रेलवे अधिकारी का कहना है कि रेलवे के बर्खास्त कर्मचारी के साथ मिलकर उन्हें ब्लैकमेल किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर रोज झूठी बातें प्रचारित करने के साथ उनके मोबाइल पर मैसेज और फोटो भेजे जाते हैं।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Thu, 14 Oct 2021 08:06 AM (IST) Updated:Thu, 14 Oct 2021 08:06 AM (IST)
प्रयागराज के रेलवे अधिकारी से ब्लैकमेलिंग, YouTuber शख्स वायरल कर रहा फोटो और मैसेज
रेलवे अधिकारी का कहना है कि रेलवे के एक बर्खास्त कर्मचारी के साथ मिलकर ब्लैकमेल किया जा रहा

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। रेलवे के एक अधिकारी को ब्लैकमेल करने का मामला सामने आया है।  इस वजह से परेशान हुए रेलवे अफसर ने मामले की शिकायत पुलिस अधिकारियों से की है। रेलवे के आला अफसरों को भी पूरे मामले से अवगत कराया गया है। इस साजिश में रेलवे का बर्खास्त कर्मचारी भी शामिल बताया जा रहा है। साथ ही इस प्रकरण में हाईकोर्ट के अधिवक्ता राजेश कुमार सिंह के जरिए नोटिस भेजा गया है।

कौशांबी का यू टयूबर है मास्टर माइंड

ब्लैकमेल करने का आरोप कौशांबी जनपद में रहने वाले एक यू ट्यूबर पर है। रेलवे अधिकारी का कहना है कि रेलवे के एक बर्खास्त कर्मचारी के साथ मिलकर उन्हें ब्लैकमेल किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर रोज झूठी बातें प्रचारित करने के साथ ही उनके मोबाइल पर मैसेज और फोटो आदि भेजे जाते हैं। बर्खास्त रेलवे कर्मचारी पहले भी कई अधिकारियों के बारे में झूठी बातें फैलाकर ब्लैकमेलिंग के खेल में शामिल रहा है। प्रयागराज मंडल में तैनात रेलवे अफसर ने मोबाइल नंबर समेत अन्य जानकारी अफसरों को मुहैया कराई हैं। आरोप है कि उन्हें धमका कर रुपये की मांग की जा रही है। रेलवे अफसर को ब्लैक मेल करने के अलावा भी इन दोनों ने कई और लोगों को धमकी देकर रुपये ऐठे हैं। इसकी शिकायत पुलिस अधिकारियों तक भी पहुंची है।

रेलवे अफसरों से की वेंडरों ने शिकायत

उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज मंडल के प्रयागराज जंक्शन, कानपुर सेंट्रल एवं अन्य प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर कैटरिंग के नियम ने वेंडरों को खासा परेशान कर दिया है। वेंडरों की परेशानी वाणिज्य विभाग के दो तरह के नियमों को लेकर ज्यादा है। इसके तहत जंक्शन पर ट्रेनों के आगमन पर जहां कुछ लाइसेंसी वेंडरों को सभी प्लेटफार्म पर खानपान की वस्तुएं बेचने की इजाजत है तो वहीं अन्य लाइसेंसी वेंडरों को सिर्फ उन्हीं के स्टॉल वाले प्लेटफार्म पर ही सामान बेचने की इजाजत दी है। इस अनियमितता की शिकायत वेंडरों ने अफसरों से की है। प्रयागराज जंक्शन की बात करें तो यहां बीते कुछ समय से जनता, ललिता देवी, मदन, राजकुमार आदि लाइसेंसी के वेंडरों को सभी प्लेटफार्म पर घूम-घूमकर खाद्य सामग्री बेचने की अनुमति है। जबकि 15 से ज्यादा लाइसेंसी को सिर्फ उन्हीं प्लेटफार्म पर खाद्य पदार्थ की बिक्री की अनुमति है, जहां उनके स्टॉल हैं। इन संचालकों का कहना है कि यात्री ट्रेन के आगमन के दौरान सभी प्लेटफार्म पर जिन्हें सामान बेचने की अनुमति है वह ज्यादा संख्या वेंडर भेजकर उनकी कमाई प्रभावित कर देते हैं। वेंडरों का कहना है जब सभी का लाइसेंस शुल्क एक सामान है तो चुनिंदा लाइसेंस धारकों को ही हर प्लेटफार्म पर खाद्य पदार्थ बेचने की अनुमति क्यों है। इस बारे में मंडल के पीआरओ अमित सिंह से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मामला वाणिज्य विभाग का है। इस बारे में संबंधित अधिकारियों को जानकारी दी जाएगी।

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