प्रतापगढ़ में भाजपा कार्यकर्ता के भाई की हत्या, सीएचसी में हंगामा के बाद गांव में पुलिस फोर्स तैनात

सीओ राम सूरत सोनकर ने बताया कि जमीन पर कब्जे को लेकर दो परिवार में दो पुश्तों से विवाद चल रहा है। अजय सिंह शनिवार को खेत के किनारे बाड़ लगा रहे थे। विरोध करने पर दोनों पक्ष में कहासुनी हुई। लाठी-डंडे के हमले में अजय की मौत हो गई।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 28 Nov 2021 08:36 AM (IST) Updated:Sun, 28 Nov 2021 08:36 AM (IST)
प्रतापगढ़ में भाजपा कार्यकर्ता के भाई की हत्या, सीएचसी में हंगामा के बाद गांव में पुलिस फोर्स तैनात
प्रतापगढ़ के उदयपुर थाना क्षेत्र में भाजपा कार्यकर्ता के भाई की हत्‍या के बाद मौजूद पुलिस।

प्रयागराज, जेएनएन। यूपी के प्रतापगढ़ में भाजपा कार्यकर्ता के भाई की हत्‍या कर दी गई। जमीन के विवाद में विपक्षियों ने बल्लम व लाठी से पीट-पीटकर उनकी हत्या कर दी। जबकि पांच लोग गंभीर रूप से घायल हैं। घटना से आक्रोशित परिवार के लोगों ने सीएचसी में जमकर हंगामा किया। इससे पुलिस के हाथ-पांव फूल गए। किसी तरह जिला अस्पताल से शव पोस्टमार्टम के लिए भेजने के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली। इस घटना में चार लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है।

पवन सिंह भाजपा कार्यकर्ता हैं

उदयपुर थाना क्षेत्र के राहाटीकर गांव निवासी पवन सिंह पुत्र रामदत्‍त सिंह भाजपा के कार्यकर्ता हैं। उनके बड़े भाई अजय सिंह (45) ने राहाटीकर चौराहे पर बिल्डिंग मैटेरियल की दुकान खोल रखी थी। इनका उग्रसेन सिंह से गांव के पास स्थित खेत पर कब्जे को लेकर काफी दिनों से विवाद चला आ रहा था। यह मामला न्यायालय में भी लंबित था। तीन दिन पूर्व राजस्व कर्मियों ने पुलिस की मौजूदगी में खेत की नाप की थी और अजय सिंह के पक्ष की जमीन को चिह्लित किया था। शनिवार को समाधान पर दिवस दोनों पक्ष उदयपुर थाने गए थे। वहां से लौटने के बाद अजय सिंह गांव आए और देर शाम खेत के चारों तरफ बाड़ लगा रहे थे। आरोप है कि इतने में उग्रसेन सिंह पहुंचे और गाली गलौज करते हुए अजय सिंह पर बल्लम से हमला बोल दिया। शोर सुनकर उग्रसेन सिंह की तरफ से आधा दर्जन से अधिक लोग पहुंचे और लाठी, बल्लम से अजय को मारने लगे और उन्हें पीट-पीटकर मरणासन्न कर दिया। यह देख अजय सिंह के परिवार के और लोग पहुंचे, उन्हें बचाने लगे।

एसओ उदयपुर के रवैए को लेकर लोग थे आक्रोशित

इस बीच हमलावरों ने अजय सिंह के पक्ष के कुलदीप सिंह (38), श्याम सिंह (46), प्रमोद सिंह (40), शेर बहादुर सिंह (50), राघवेंद्र सिंह (45) को भी मारकर घायल कर दिया। घटना की सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस घायलों को सीएचसी सांगीपुर ले आई। घायलों की गंभीर हालत को देखते हुए चिकित्सकों ने सभी को जिला अस्पताल रेफर कर दिया, जहां पर अजय सिंह को मृत घोषित कर दिया गया। इस पर अजय के भाई पवन सिंह सहित परिवार के लोग हंगामा करने लगे। उनका आरोप था कि कई बार उदयपुर थाने में शिकायत की गई, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। परिवार के लोगों का गुस्सा उदयपुर एसओ के रवैए को लेकर था। इस बीच किसी तरह अजय सिंह का शव पुलिस ने एंबुलेंस से पोस्टमार्टम के लिए भेजा और घायलों को प्रताप बहादुर अस्पताल भेज दिया। घटना की सूचना मिलते ही उदयपुर पुलिस के अलावा सांगीपुर, लालगंज थाने की फोर्स के साथ सीओ, राम सूरत सोनकर मौके पर पहुंचे और हमलावरों की तलाश में उनके घर के अलावा संभावित ठिकानों पर दबिश दी।

सीओ बोले- चार लोगों को हिरासत में लिया गया है

सीओ राम सूरत सोनकर ने बताया कि जमीन पर कब्जे को लेकर दो परिवार में दो पुश्तों से विवाद चल रहा है। अजय सिंह शनिवार को खेत के किनारे बाड़ लगा रहे थे। विरोध करने पर दोनों पक्ष में कहासुनी हुई। इस दौरान लाठी-डंडे के हमले में अजय सिंह की मौत हो गई। चार-पांच लोग घायल हुए हैं। चार लोगों को हिरासत में लिया गया है। तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई की जाएगी। उधर घटना के बाद से गांव में तनाव व्याप्त है। इसके मद्देनजर गांव में फोर्स तैनात कर दी गई है।

बवाल की आशंका से जिला अस्पताल में भी फोर्स

एएसपी पश्चिमी रोहित मिश्र भी रात में घटनास्थल पर पहुंचे और अजय के परिवार के लोगों से घटनाक्रम की जानकारी ली। उन्हें आश्वासन दिया कि आरोपितों को जल्द गिरफ्तार करके जेल भेजा जाएगा। इसके बाद वह यहां से जिला अस्पताल पहुंचे और घायलों से उनका हाल लिया। जिला अस्पताल में आक्रोशित ग्रामीणों को पुलिस ने शांत कराया। हालांकि यहां भी बवाल की आशंका से पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है।

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