भाजपा महानगर अध्‍यक्ष बोले- सनातन संस्कृति को बचाने में जुटी है भारतीय जनता पार्टी

भाजपा महानगर अध्‍यक्ष गणेश केसरवानी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने काशी (वाराणसी) में भी बाबा विश्वनाथ कारीडोर का निर्माण शुरू कराया है। जल्द ही यह कार्य पूरा हो जाएगा। इससे वहां जाने वालों को भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना में भी मदद मिलेगी।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 01:29 PM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 01:29 PM (IST)
भाजपा महानगर अध्‍यक्ष बोले- सनातन संस्कृति को बचाने में जुटी है भारतीय जनता पार्टी
भाजपा के प्रयागराज महानगर अध्‍यक्ष गणेश केसरवानी ने सरकार के कार्यों की प्रशंसा की।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। भाजपा समाज को एकजुट करने के साथ ही अपनी सनातन संस्कृति को बचाने व उसके विस्तार में जुटी है। जबकि विपक्ष शुरू से ही सनातनी परंपरा को नष्ट करने में लगा है। भाजपा की सरकार ने अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर श्रीराम का भव्य मंदिर बनाने का काम शुरू कराया है। यह हिंदू समाज के गौरव को फिर से स्थापित करने की कोशिश है। यह कहना है भाजपा के प्रयागराज महानगर अध्यक्ष गणेश केसरवानी का।

भाजपा नेता ने कहा कि काशी में बाबा विश्‍वनाथ कारीडोर

भाजपा महानगर अध्‍यक्ष गणेश केसरवानी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने काशी (वाराणसी) में भी बाबा विश्वनाथ कारीडोर का निर्माण शुरू कराया है। जल्द ही यह कार्य पूरा हो जाएगा। इससे वहां जाने वालों को भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना में भी मदद मिलेगी। इसके अलावा बाबा विश्‍वनाथ कारीडोर बनने से काशी पर्यटन के मानचित्र पर भी और मजबूती से उभरेगा। इस कार्य को कराने में जो भी मुश्किल आई भाजपा की प्रदेश सरकार ने उसे तत्परता से निपटाया।

बोले, अब विंध्‍य कारीडोर बनने से होगा विकास

भाजपा नेता ने कहा कि अब विंध्य कारीडोर की आधारशिला भी रखी जा रही है। इससे वहां का भी विकास होगा। साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा। सनातन परंपरा और संस्कृति को बचाने में भी मदद मिलेगी। यह क्रम प्रदेश के अन्य स्थान जो धार्मिक, अध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं, वहां भी जारी रहेगा। भाजपा की सरकार सनातन परंपरा को बचाने और मजबूत बनाने में जुटी है।

राष्ट्रीय विचारधारा को बल देना भाजपा का लक्ष्य : विभवनाथ भारती

भाजपा यमुनापार जिलाध्यक्ष विभवनाथ भारती ने कहा कि भाजपा की सरकार राष्ट्रीय विचारधारा को मजबूत बनाने में जुटी है। चुनाव आते ही तमाम क्षेत्रीय दल सक्रिय हो गए हैं। ये दल जाति विशेष की राजनीति कर रहे हैं। इससे समाज में विखंडन पैदा हो रहा है। राजनीतिक दलों को इस तरह की तुष्टीकरण की राजनीति से बाज आना चाहिए।

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