भाजपा महानगर अध्‍यक्ष बोले- देश को पहली बार संयुक्त राष्ट्र संघ की अध्यक्षता मिलने से बढ़ा मान

भाजपा महानगर अध्‍यक्ष गणेश केसरवानी ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में देखें तो पता चलता है कि आइटी के क्षेत्र में भारतीय छात्रों का दबदबा बढ़ा है। तमाम वस्तुओं के बाजार पर भी देश के कारोबारियों ने अपना आधिपत्य बढ़ाया है। इससे हम बड़ी अर्थ व्यवस्था बन रहे हैं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 01:46 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 05:27 PM (IST)
भाजपा महानगर अध्‍यक्ष बोले- देश को पहली बार संयुक्त राष्ट्र संघ की अध्यक्षता मिलने से बढ़ा मान
भाजपा के प्रयागराज महानगर अध्यक्ष गणेश केसरवानी ने मोदी सरकार की उपलब्धियों को बताया।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। पहली बार संयुक्त राष्ट्र संघ की अध्यक्षता का अवसर भारतवर्ष को मिला है। यह सम्मान बताता है कि देश दुनिया में भारत की गरिमा और कद बढ़ा है। हम सब बड़ी अर्थ व्यवस्था बनने के साथ ही सैन्य शक्ति के रूप में भी स्थापित हो रहे हैं। बौद्धिक क्षेत्र में पहले ही आगे रहे हैं। यह कहना है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रयागराज महानगर अध्यक्ष गणेश केसरवानी का।

बोले- आइटी के क्षेत्र में भारतीय छात्रों का बढ़ा दबदबा

भाजपा महानगर अध्‍यक्ष गणेश केसरवानी ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में देखें तो पता चलता है कि आइटी के क्षेत्र में भारतीय छात्रों का दबदबा बढ़ा है। इसके अतिरिक्त तमाम वस्तुओं के बाजार पर भी देश के कारोबारियों ने अपना आधिपत्य बढ़ाया है। इससे हम बड़ी अर्थ व्यवस्था बन रहे हैं।

बोले, मोदी के कुशल नेतृत्‍व पर जताया आभार

भाजपा नेता ने कहा कि अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संयुक्त राष्ट्र संघ की अध्यक्षता करने का मौका मिल रहा है। इसके लिए भारतीय जनता पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व के प्रति आभार जताती है। देश के प्रत्येक नागरिक के लिए यह गौरव की बात है। भाजपा के कुंज बिहारी मिश्र, देवेश सिंह, वरुण केसरवानी, राजेश केसरवानी, रमेश पासी, विवेक अग्रवाल, राजू पाठक आदि ने खुशी जताई है।

विपक्ष को सकारात्मक रवैया अपना चाहिए : यमुनापार जिलाध्‍यक्ष विभवनाथ भारती

भारतीय जनता पार्टी के प्रयागराज में यमुनापार जिलाध्यक्ष विभवनाथ भारती ने विपक्ष को सीख दी। उन्‍होंने कहा कि विपक्ष को सकारात्मक रवैया अपनाना चाहिए। निरंतर नकारात्मक राजनीति से देश को, समाज को नुकसान हो रहा है। हम सब लोकतांत्रिक देश हैं, यदि हर बात में नकारात्मक बात होगी तो लोकतांत्रिक देश की छवि को भी नुकसान पहुंचाएंगे। महत्वपूर्ण विषयों पर गंभीरता से विचार होना चाहिए। पक्ष और विपक्ष साथ होना चाहिए। पहले ऐसा होता भी रहा है लेकिन अब सिर्फ कुर्सी की राजनीति हो रही है, जो कि कतई उचित नहीं है।

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